बेंगलुरु, 22 अप्रैल (भाषा) केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को कहा कि प्रवासी वापस आने लगे हैं, क्योंकि बहुत से लोग यहां कारोबार स्थापित करने के लिए वापसी कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि बहुत से लोग, जिनकी वैश्विक स्तर पर पहचान है, वे भारत में व्यवसाय स्थापित कर रहे हैं और करियर बना रहे हैं।
वित्त मंत्री ने बेंगलुरु में ‘अर्थव्यवस्था और अमृत काल – 2047 के लिए दृष्टिकोण’ विषय पर एक कार्यक्रम के दौरान कहा, ”आदर्श रूप से, भारत एक ऐसा देश होना चाहिए, जहां हमारे पोते-पोतियों के रहने, जीने और देश के लिए योगदान करने के लायक परिस्थितियां हों। न कि वे इसलिए चले जाएं क्योंकि अवसर, नौकरी की संतुष्टि और करियर में वृद्धि, यहां से बेहतर वहां हैं।”
कार्यक्रम का आयोजन इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया (दक्षिण भारतीय क्षेत्रीय परिषद) ने किया था।
सीतारमण ने चार्टर्ड अकाउंटेंट्स से अपील की कि वे अधिक असंगठित व्यवसायों को संगठित क्षेत्र में लाएं, ताकि वे खुली दुनिया का लाभ उठा सकें।
उन्होंने कहा कि यह डर निराधार है कि असंगठित व्यवसायों को संगठित कारोबार बनने का मकसद सिर्फ कर जुटाना है। उन्होंने बताया कि इस बात की पूरी संभावना है कि संगठित व्यवसाय में आने के बाद भी कर न चुकाना पड़े।
वित्त मंत्री ने कहा, ”आप व्यवस्था में आ रहे हैं, क्योंकि आप खुली दुनिया के लाभों को पाना चाहते हैं।”
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पाण्डेय रमण
रमण
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