नयी दिल्ली, चार मई (भाषा) वाहन डीलरों के संगठन फाडा ने बुधवार को कहा कि रेपो दर में बढ़ोतरी से वाहन उद्योग की वृद्धि पर ‘कुछ हद तक ब्रेक’ लगेगी और पहले से मंदी के दौर से गुजर रहा दोपहिया वाहन क्षेत्र प्रभावित होगा।
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के बुधवार को रेपो दर में 0.40 प्रतिशत की वृद्धि की है। इस निर्णय से आवास, वाहन समेत अन्य कर्ज की मासिक किस्तों पर भी असर पड़ेगा।
फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन (फाडा) के अध्यक्ष विंकेश गुलाटी ने एक बयान में कहा, ‘‘रेपो दर में 0.40 प्रतिशत की बढ़ोतरी के आरबीआई के कदम ने सभी को स्पष्ट रूप से चौंका दिया है। इस कदम से अतिरिक्त नकदी पर अंकुश लगेगा और वाहन ऋण महंगा हो जाएगा।’’
उन्होंने कहा कि लंबी प्रतीक्षा अवधि के कारण यात्री वाहन श्रेणी इस झटके को सह सकता है लेकिन दोपहिया वाहन खंड ऊंची वाहन ऋण लागत का एक और झटका सहन नहीं कर पायेगा।
गुलाटी ने कहा कि दोपहिया वाहन क्षेत्र ग्रामीण बाजार में खराब प्रदर्शन, वाहनों की कीमतों में बढ़ोतरी और उच्च ईंधन लागत के कारण पहले से ही बुरी तरह प्रभावित है।
फाडा के अनुसार मार्च, 2022 में दोपहिया वाहनों की बिक्री चार प्रतिशत घटकर 11,57,681 इकाई की रह गई, जो इससे पिछले वर्ष के इसी महीने में 12,06,191 इकाई की थी।
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