चेन्नई, तीन अक्टूबर (भाषा) तमिलनाडु में सत्तारूढ़ द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) ने तमिलगा वेत्री कषगम (टीवीके) प्रमुख विजय की उनके कथित ‘‘अहंकार, धन की भूख, प्रचार एवं कुर्सी की लालसा’’ के लिए आलोचना करते हुए कहा है कि उन्होंने भगदड़ की घटना के लिए उन्हें गिरफ्तार करने की राज्य सरकार को जो चुनौती दी है उसका उद्देश्य 41 लोगों की मौत के मामले से ध्यान भटकाना है।
सत्तारूढ़ दल ने कहा कि अभिनेता से नेता बने विजय का अभिनय कौशल सिनेमा के क्षेत्र में बहुत पहले ही ‘‘असफल’’ हो चुका है और वास्तविक जीवन में भी वह सफल नहीं होगा।
द्रमुक के मुखपत्र ‘मुरासोली’ ने विजय की आलोचना करते हुए अपने संपादकीय में कहा, ‘‘विजय द्वारा जारी किया गया वीडियो दर्शाता है कि 41 लोगों की हत्या के लिए जिम्मेदार उनका अहंकार और धन की भूख, प्रचार उन्माद एवं कुर्सी की लालसा से उपजा उनका घमंड अभी तक कम नहीं हुआ है।’’
विजय ने भगदड़ के बाद 30 सितंबर, 2025 को अपने वीडियो संदेश में कहा था कि सरकार भगदड़ की घटना को लेकर ‘‘उनके साथ कुछ भी कर सकती है’’ लेकिन वह उनकी पार्टी के लोगों को छोड़ दे।
द्रमुक ने इसी की पृष्ठभूमि में कहा कि विजय पर पीड़ितों के परिवारों को 20-20 लाख रुपये की मुआवजा राशि देने की घोषणा करने का दबाव था क्योंकि मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये दिए थे।
उसने कहा, ‘‘अन्यथा विजय इसकी घोषणा नहीं करते। अगर मुख्यमंत्री ने एक-एक लाख रुपये की मुआवजा राशि की घोषणा की होती तो विजय केवल दो-दो लाख रुपये की मुआवजा राशि की घोषणा करते। उनके प्रशंसक यह बात अच्छी तरह जानते हैं।’’
उसने कहा कि सरकार ने भगदड़ में मारे गए लोगों के परिवारों को मुआवजा राशि पहले ही वितरित कर दी है लेकिन विजय ने भगदड़ में मारे गए लोगों के परिजनों को सुनिश्चित राशि अभी नहीं दी है।
द्रमुक ने कहा कि विजय सरकार को चुनौती दे रहे हैं और सरकार से उन्हें गिरफ्तार करने को कह रहे हैं क्योंकि उन्हें इस बात पर नाराजगी है कि उनका पैसा पीड़ितों के परिवारों को मुआवजा देने पर खर्च किया जा रहा है। उसने कहा उन्हें गिरफ्तार करने की चुनौती देकर वह 41 लोगों की मौत के मुद्दे से ध्यान भटकाने की कोशिश कर रहे हैं।
‘मुरासोली’ ने बृहस्पतिवार को प्रकाशित अपने संपादकीय में कहा, ‘‘उनका अभिनय सिनेमा में बहुत पहले ही विफल हो चुका है और असल जिंदगी में भी यह सफल नहीं होगा।’’
द्रविड़ पार्टी ने विजय के कथित ‘‘सिनेमाई हथकंडों’’ के लिए उन पर निशाना साधते हुए कहा कि विजय ने अपने वीडियो संदेश में शोक संतप्त परिवारों के प्रति न तो संवेदना व्यक्त की, न ही सहानुभूति व्यक्त की और ना ही माफी मांगी।
भाषा सिम्मी मनीषा
मनीषा
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