मुंबई, 12 जून (भाषा) एअर इंडिया के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) और प्रबंध निदेशक (एमडी) कैंपबेल विल्सन ने विमानन कंपनी के बोइंग 787-8 विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने पर बृहस्पतिवार को “गहरा दुख” जताया। उन्होंने कहा कि यह एअर इंडिया में सभी के लिए एक “मुश्किल दिन” है।
लंदन के गैटविक जा रहा एअर इंडिया का विमान बृहस्पतिवार दोपहर अहमदाबाद हवाई अड्डे से उड़ान भरने के कुछ ही मिनट बाद एक आवासीय इलाके में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। विमान में दो पायलट और चालक दल के 10 सदस्य सहित 242 लोग सवार थे। हादसे में कई लोगों के मारे जाने की आशंका है।
विल्सन ने एक वीडियो बयान में कहा कि विमानन कंपनी सभी आपातकालीन प्रतिक्रिया प्रयासों पर प्राधिकारियों के साथ सक्रिय रूप से काम कर रही है।
उन्होंने कहा, “सबसे पहले और सबसे महत्वपूर्ण रूप से मैं इस दुर्घटना पर गहरा दुख जाहिर करना चाहता हूं। यह भारत में हम सभी के लिए एक कठिन दिन है। और अब हमारा पूरा ध्यान हमारे यात्रियों, चालक दल के सदस्यों, उनके परिजनों और प्रियजनों की जरूरतों पर केंद्रित है।”
विल्सन ने कहा कि इस समय लोगों के मन में कई सवाल होंगे, लेकिन वह सभी के जवाब नहीं दे पाएंगे।
उन्होंने कहा, “लेकिन इस समय हमारे पास जो जानकारी है, मैं उसे जरूर साझा करना चाहता हूं। यहां, लंदन-गैटविक के लिए बोइंग 787-8 विमान से संचालित भारत की उड़ान संख्या एआई-171 उड़ान भरने के कुछ मिनट बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गई।”
विमान सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरने के कुछ ही मिनटों बाद भीड़भाड़ वाले रिहायशी इलाके में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इसमें 169 भारतीय नागरिक, 53 ब्रिटिश नागरिक, सात पुर्तगाली नागरिक और एक कनाडाई नागरिक सवार था।
विल्सन ने कहा, “स्थानीय प्राधिकारी घायल यात्रियों को निकटतम अस्पतालों में ले गए। हम सभी आपातकालीन प्रतिक्रिया प्रयासों पर प्राधिकारियों के साथ सक्रिय रूप से काम कर रहे हैं।”
उन्होंने कहा, “एअर इंडिया से देखभाल करने वालों की एक विशेष टीम अतिरिक्त सहायता प्रदान करने के लिए अहमदाबाद जा रही है। जांच में समय लगेगा। लेकिन अभी हम जो कुछ भी कर सकते हैं, हम कर रहे हैं।”
विल्सन ने कहा, “हम जानते हैं कि बहुत से लोग अपने प्रियजनों की सलामती को लेकर चिंतित हैं। हमने एक विशेष हेल्पलाइन स्थापित की है, जिस पर परिजन और दोस्त हमसे संपर्क कर सकते हैं।”
उन्होंने कहा कि फिलहाल सभी टीम यात्रियों, चालक दल के सदस्यों और उनके परिजनों के साथ-साथ जांचकर्ताओं की सहायता के लिए चौबीसों घंटे काम कर रही हैं।
भाषा पारुल माधव
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