फरीदाबाद, 13 जून (भाषा) फरीदाबाद नगर निगम ने वन विभाग के साथ मिलकर, संरक्षित अरावली पर्वतमाला में अवैध निर्माण के खिलाफ अपनी कार्रवाई के तहत 10 फार्महाउस और पांच अवैध ढांचों को ध्वस्त कर दिया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
अधिकारियों ने बताया कि आनंद वन से अरावली तक सड़क पर बने करोड़ों रुपये के अवैध फार्म हाउसों को ध्वस्त कर दिया गया और करीब 10 एकड़ जमीन खाली करा ली गई।
फरीदाबाद के उपायुक्त विक्रम यादव ने बृहस्पतिवार को कहा कि उच्चतम न्यायालय के आदेश के अनुसार ध्वस्तीकरण अभियान संचालित किया जा रहा है।
शीर्ष अदालत ने निर्देश दिया है कि अरावली से सभी अवैध निर्माण हटा दिए जाएं और इस पर जुलाई 2025 तक एक रिपोर्ट प्रस्तुत की जाए।
अधिकारियों के अनुसार, अरावली वन क्षेत्र से 6,793 से अधिक छोटे और बड़े अवैध निर्माण हटाए जाने हैं जिनकी पहचान ड्रोन सर्वेक्षण में की गई थी।
उच्चतम न्यायालय ने इन अवैध निर्माण को हटाने के लिए तीन महीने का समय दिया है।
वन विभाग ने पहले भी कुछ हिस्सों से अवैध निर्माण को हटाया था, लेकिन अब फिर से ध्वस्तीकरण अभियान शुरू हो गया है।
वन विभाग की टीम और फरीदाबाद नगर निगम का दस्ता बुधवार सुबह करीब 11 बजे चार बुलडोजर लेकर मौके पर पहुंचा। यह कार्रवाई शाम करीब पांच बजे तक जारी रही।
एक अधिकारी ने बताया कि आनंद वन की ओर जाने वाली सड़क पर 200 से अधिक पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया था। इस स्थान पर अवैध फार्म हाउसों और ढांचों को ध्वस्त कर दिया गया।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि अरावली क्षेत्र के चार गांवों अनंगपुर, लक्कड़पुर, अनखीर और मेवाला महाराजपुर के पास अवैध निर्माणों को गिराया जाएगा। उन्होंने कहा कि ध्वस्तीकरण अभियान जारी रहेगा।
भाषा शोभना मनीषा
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