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Thursday, 14 August, 2025
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दिल्ली यातायात पुलिस दुर्घटना संभावित क्षेत्रों को गूगल मैप पर चिह्नित करेगी

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(वर्षा त्यागी)

नयी दिल्ली, नौ अगस्त (भाषा) राष्ट्रीय राजधानी में सड़क सुरक्षा की स्थिति सुदृढ़ करने की कोशिश करने के तहत दिल्ली यातायात पुलिस ने घोषणा की है कि वह गूगल मैप पर दुर्घटना संभावित क्षेत्रों यानी ‘डार्क स्पॉट’ को अंकित कराएगी ताकि यात्रियों को वास्तविक समय में अलर्ट किया जा सके। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

उन्होंने स्पष्ट किया कि यदि यह सुविधा 2025 में शुरू होती है, तो यह शुरू में वर्ष 2024 में चिह्नित ‘ब्लैक स्पॉट’ की अंतिम सूची के आधार पर स्थानों को प्रदर्शित करेगी, क्योंकि वार्षिक सूची प्रत्येक वर्ष के अंत में संकलित की जाती है।

‘ब्लैक स्पॉट’ वह केंद्रीय बिंदु होता है जहां दोनों तरफ 500 मीटर के दायरे में बार-बार दुर्घटनाएं होती रही हैं। पुलिस उपायुक्त (यातायात मुख्यालय) शिव केशरी सिंह ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘अगर किसी खास हिस्से पर बार-बार दुर्घटनाएं होती हैं, तो उस हिस्से के मध्य बिंदु को ‘ब्लैक स्पॉट’ घोषित कर दिया जाता है।’’

अधिकारियों के मुताबिक, 2024 में कुल 111 ब्लैक स्पॉट की पहचान की गई थी, जिनमें 1,132 दुर्घटनाएं दर्ज की गईं। इनमें से 483 दुर्घटनाओं में जान गई थी जबकि 649 गैर प्राण घातक दुर्घटनाएं थीं।

सिंह ने बताया, ‘‘हम गूगल के साथ गठजोड़ कर रहे हैं और आंतरिक प्रक्रियाएं प्रगति पर हैं। अगर इस साल यह लागू हो जाता है, तो मानचित्र में सबसे पहले 2024 के ब्लैक स्पॉट दिखाए जाएंगे। इसका उद्देश्य समय पर जानकारी देना है ताकि यात्री सतर्क रहें, उनकी यात्रा आसान और सुरक्षित हो और मौतों की संख्या कम हो।’’

पिछले साल जीटी करनाल रोड स्थित आजादपुर सब्जी मंडी में सबसे अधिक 20 दुर्घटनाएं दर्ज की गईं, जिनमें 11 प्राण घातक थीं। एनएच-24 स्थित अक्षरधाम मंदिर के पास 19 दुर्घटनाएं हुईं, जिनमें से आठ प्राण घातक थीं। आउटर रिंग रोड स्थित भलस्वा चौक पर भी 19 दुर्घटनाएं दर्ज की गईं, जिनमें से छह प्राण घातक थीं।

आंकड़ों के मुताबिक, वर्ष 2024 में दुर्घटनाओं से जुड़े शीर्ष 10 ‘ब्लैक स्पॉट’ में कुल 180 दुर्घटनाएं हुईं।

जुलाई 2025 तक, 25 नए ‘ब्लैक स्पॉट’ की पहचान की गई है, जहां कुल मिलाकर 176 दुर्घटनाएं हुईं, जिनमें 88 प्राण घातक थीं। रिंग रोड, आउटर रिंग रोड और जीटी करनाल रोड जैसे व्यस्त गलियारे प्रमुख दुर्घटना संभावित क्षेत्र बने हुए हैं, जबकि आईएसबीटी कश्मीरी गेट, एसजीटी नगर और बवाना में हनुमान मंदिर को बार-बार होने वाली दुर्घटनाओं वाले स्थानों के रूप में चिह्नित किया गया है।

एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘ब्लैक स्पॉट बनने के कई कारण हो सकते हैं, जैसे गायब या अस्पष्ट संकेत, मिट चुकी ज़ेबरा क्रॉसिंग, या सड़क की खराब स्थिति।’’

उन्होंने कहा, ‘‘हम इन मार्गों पर कार्मिकों को तैनात करते हैं और सड़क एजेंसियों के साथ मिलकर इंजीनियरिंग संबंधी समस्याओं को ठीक करते हैं, तथा अब हम गूगल मैप के माध्यम से इसमें तकनीकी पहलू जोड़ रहे हैं।’’

भाषा धीरज दिलीप संतोष

संतोष

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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