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Friday, 19 April, 2024
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आपके फोन में जल्द होगा दिल्ली पब्लिक ट्रांसपोर्ट- रियायती किराए, बसों का लाइव डेटा एक क्लिक पर मिलेगा

दिल्ली परिवहन निगम (डी.टी.सी) की बसों से संबंधित डेटा और किराए को इसके संशोधित 'वन डेली ऐप' का हिस्सा बनाया जाना है. इसमें निकटतम इलेक्ट्रिक चार्जिंग स्टेशनों का विवरण भी होगा. इसे एक पखवाड़े के भीतर सार्वजनिक रूप से जारी किया जाना है.

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नई दिल्ली: दिल्ली की आम आदमी पार्टी (आप) सरकार एक मोबाइल ऐप को फिर से लॉन्च करने के लिए तैयारी में है, जिसके माध्यम से यात्री न केवल शहर में उपलब्ध सभी सरकारी बसों का डेटा लाइव देख सकेंगे बल्कि वे इस एप के ज़रिए ऑनलाइन टिकट भी बुक कर सकेंगे.

‘वन डेली ऐप’ नाम के इस ऐप को इंद्रप्रस्थ इंस्टीट्यूट ऑफ इन्फर्मेशन टेक्नालजी (आईआईआईटी-दिल्ली) के सहयोग से विकसित किया गया है.

दिल्ली सरकार के परिवहन विभाग से जुड़े सूत्रों का कहना है कि यह ऐप, जिसमें निकटतम इलेक्ट्रिक चार्जिंग स्टेशनों का विवरण भी होगा, अगले एक पखवाड़े के भीतर सार्वजबिक रूप से शुरू कर दिया जाएगा.

दिप्रिंट को मिली जानकारी के अनुसार शुरुआत में यह ऐप सिर्फ़ एंड्रॉइड फोन का उपयोग करने वालों के लिए उपलब्ध होगा और बाद में यह आईओएस फ़ोनों पर भी उपलब्ध कराया जाएगा. एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने बताया, ‘इसका उद्देश्य सार्वजनिक परिवहन को सभी के लिए सुलभ बनाना है.’

ज्ञात हो कि इस ऐप को मार्च 2019 में पहली बार लॉन्च किया गया था, लेकिन तब इसके 1,000 से भी कम यूज़र्स थे. दिल्ली के परिवहन आयुक्त कार्यालय के एक अधिकारी ने दिप्रिंट को बताया कि इस ऐप के सुधरे हुए संस्करण को बढ़ावा देने के लिए, दिल्ली सरकार इस ऐप के माध्यम से बुक किए गए बस टिकटों पर 10 प्रतिशत की छूट देगी.

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कैसे काम करेगा यह ऐप?

इस पूरी परियोजना के बारे में विस्तार से बताते हुए आईआईआईटी-दिल्ली के एक एसोसिएट प्रोफेसर, प्रवेश भियानी, जो स्वयं इस पहल का हिस्सा रहे हैं, ने कहा कि इसका उद्देश्य ऐप को उन विशेषताओं के साथ नया रूप देना था जो वास्तव में आम जनता को फ़ायदा पहुंचाए.

उन्होंने बताया, ‘अभी के लिए तो एंड्रॉयड फोन का उपयोग करने वाला कोई भी व्यक्ति, डीआईएमटीएस (दिल्ली इंटीग्रेटेड मल्टी मॉडल ट्रांजिट) के साथ-साथ डीटीसी बसों का लाइव डेटा देख सकेगा. यह ठीक वैसा ही होगा जैसा कोई उबर कैब का इंतजार करते समय मैप को देखता है.‘

उन्होंने यह भी कहा कि ‘इस ऐप का ओपन ट्रांजिट डेटा सिस्टम एपीआईएस (एप्लिकेशन प्रोग्रामिंग इंटरफेस) के माध्यम से प्रत्येक बस स्टॉप से गाड़ियों के चलने से संबंधित एक प्रस्थान बोर्ड दिखाएगा. किसी भी बस के रुट पर इंतजार कर रहे यात्रीगण प्रत्येक स्टॉप पर उसके आने-जाने के समय और इसकी वर्तमान स्थिति के बारे में लाइव जानकारी प्राप्त कर सकेंगे.’

भियानी ने यह भी बताया कि हमारे देश में ‘अपनी तरह की पहली’ पहल में, एपीआईएस को गूगल मैप्स के साथ जोड़ दिया गया गया है. उन्होंने कहा, ‘सरल शब्दों में कहें तो किसी भी बस को गूगल मैप्स पर भी लाइव देखा जा सकता है.’

वन डेली ऐप में टिकट कटवाने की सुविधा को भी शामिल किया गया है. इसी साल मार्च में दिल्ली परिवहन विभाग एक अन्य मोबाइल ऐप, चार्टर, पर ऑनलाइन टिकट की सुविधा शुरू की थी.

हालांकि चार्टर ऐप पर टिकट कटवाने की सुविधा जारी रहेगी, परिवहन विभाग के एक अधिकारी ने दिप्रिंट को बताया कि वन डेली ऐप दिल्ली सरकार की एक अनूठी पहल है क्योंकि यह सुनिश्चित करेगा कि ऐसी सभी सुविधाएं एक ही मोबाइल एप्लिकेशन पर उपलब्ध हों.


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लास्ट माइल कनेक्टिविटी

दिल्ली सरकार के सूत्रों ने आगे यह भी बताया कि एक बार इस मोबाइल ऐप के नया संस्करण के लॉन्च होने के बाद, दिल्ली मेट्रो के लिए उपलब्ध लास्ट माइल कनेक्टिविटी संबंधित डेटा भी इस पर उपलब्ध कराया जाएगा.

लास्ट माइल कनेक्टिविटी का तात्पर्य मेट्रो स्टेशन से अपने घरों जैसे स्थानों तक लोगों के आने-जाने की सुविधा से है. इसमें ज्यादातर विशेष रूप से डिज़ाइन किए गए ई-रिक्शा शामिल होते हैं जो मेट्रो स्टेशनों के आसपास के लगभग 3-5 किमी के क्षेत्र में चलते हैं.

यह डीएमआरसी और दिल्ली सरकार दोनों के सामने मौजूद सबसे बड़ी चुनौतियों में से एक रही है.

दिप्रिंट ने फ़ोन कॉल और मैसेज के जरिए दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत और उनके कार्यालय से संपर्क करने की कोशिश की. इसके अलावा दिप्रिंट ने आप प्रवक्ता जैस्मीन शाह और मीडिया समन्वयक प्रीतम पाल सिंह को भी कॉल और टेक्स्ट संदेशों के माध्यम से संपर्क किया, लेकिन इस खबर के प्रकाशित होने तक इनमें से किसी की भी कोई प्रतिक्रिया नहीं मिल पायी थी.

(इस ख़बर को अंग्रेजी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)

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