नयी दिल्ली, नौ अप्रैल (भाषा) दिल्ली के लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) मंत्री प्रवेश वर्मा ने बुधवार को कहा कि सरकार ने इस साल शहर में 600 किलोमीटर सड़कों की मरम्मत की योजना बनाई है, जिसमें से 250 किलोमीटर तक सड़कें मानसून से पहले ठीक कर दी जाएंगी।
वर्मा ने यह भी कहा कि जिन सड़कों का रखरखाव पीडब्ल्यूडी के जिम्मे है, उनकी पहचान कर ली गई है तथा पहले चरण में राष्ट्रीय राजधानी में 250 किलोमीटर तक ऐसे मार्गों पर काम चल रहा है।
उन्होंने कहा, ‘‘मानसून के बाद हमारी योजना सड़क मरम्मत के दूसरे चरण की है। इसके तहत अन्य 250-300 किलोमीटर सड़कों की मरम्मत की जाएगी, जिसके लिए हमने पहचान और बजट आवंटन की प्रक्रिया शुरू कर दी है।’’
मंत्री ने बताया कि इन मरम्मत कार्यों के सिलसिले में संचालन एवं रखरखाव अनुबंध न्यूनतम दो साल के लिए होंगे।
उन्होंने कहा, ‘‘यदि इस अवधि में कोई सड़क क्षतिग्रस्त हो जाती है, तो उसे ठीक करने की जिम्मेदारी ठेकेदार की होगी और पीडब्ल्यूडी को कोई अतिरिक्त लागत नहीं लगेगी।’’
वर्मा ने कहा, ‘‘औसतन, हर साल 200-240 किलोमीटर सड़क की मरम्मत की जाती है। हम इसे बढ़ाने की योजना बना रहे हैं और हमने पीडब्ल्यूडी सड़कों के लिए 600 किलोमीटर का लक्ष्य रखा है।’’
मरम्मत कार्य में सड़क पर नयी परत चढ़ाना, गड्ढों की मरम्मत और अन्य एजेंसियों द्वारा काटी गई सड़कों की बहाली आदि शामिल होगी। सड़क मरम्मत का काम पीडब्ल्यूडी द्वारा मार्च के मध्य से जून के मध्य तक किया जाता है और फिर मानसून के कारण यह बंद हो जाता है।
पीडब्ल्यूडी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘पहले से पहचानी गई सड़कों के लिए निविदाएं आमंत्रित की जा रही हैं। नोएडा लिंक रोड, भैरों मार्ग के पास रिंग रोड खंड और आउटर रिंग रोड जैसे कुछ क्षेत्रों में जमीनी स्तर पर काम शुरू हो गया है। हम गड्ढे भी भर रहे हैं।’’
दिल्ली में लोक निर्माण विभाग 1400 किलोमीटर तक उन सड़कों का रखरखाव करता है जो 60 फुट चौड़ी हैं।
भाषा राजकुमार सुरेश
सुरेश
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.