scorecardresearch
Wednesday, 24 April, 2024
होमदेशअपराध‘रेप, गला घोंटा, पेड़ पर लटकाया’- लखीमपुर खीरी में दलित बहनों के शव घर पहुंचने पर लोगों में गुस्सा

‘रेप, गला घोंटा, पेड़ पर लटकाया’- लखीमपुर खीरी में दलित बहनों के शव घर पहुंचने पर लोगों में गुस्सा

पुलिस का दावा है कि दो आरोपियों ने किशोरियों के साथ रेप किया और ‘शादी करने पर जोर’ देने के बाद उनका गला घोंट दिया. फिर ‘सबूत मिटाने’ के लिए उनके शवों को पेड़ से लटका दिया.

Text Size:

लखीमपुर खीरी: उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले में बुधवार को दो किशोरियों के शव उनके घर से करीब दो किलोमीटर दूर एक पेड़ से लटके मिलें. जिले के तम्बोलिन पुरवा गांव में रहने वाली ये दोनों किशोरियां बहनें थीं.

पुलिस ने दिप्रिंट को बताया कि 17 और 15 साल की इन बहनों को तीन लोगों ने उनके घर से कथित तौर पर अगवा कर लिया था और कम से कम दो युवकों ने उनके साथ बलात्कार किया.

इस घटना ने 2014 के बदायूं ‘सामूहिक बलात्कार और हत्या’ मामले की यादें ताजा करा दीं, जहां चार लोगों द्वारा सामूहिक दुष्कर्म की घटना की शिकार बनी दो नाबालिग बहनें फांसी पर लटकी पाई गई थीं.

एडीजी (कानून-व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने गुरुवार को मीडिया को दिए बयान में कहा कि दोनों लड़कियों के शवों की अटॉप्सी में बलात्कार और गला घोंटे जाने के कारण मौत की पुष्टि हुई है. उन्होंने कहा, ‘पोस्टमॉर्टम डॉक्टरों के एक पैनल ने किया और इसकी वीडियोग्राफी की गई है.’

पुलिस के मुताबिक, ये दोनों बहनें जुनैद, सुहैल और हाफिजुर रहमान नाम के तीनों आरोपियों से परिचित थीं. हालांकि, लड़कियों की मां, भाई और बहन ने इस बात से इनकार किया है.

अच्छी पत्रकारिता मायने रखती है, संकटकाल में तो और भी अधिक

दिप्रिंट आपके लिए ले कर आता है कहानियां जो आपको पढ़नी चाहिए, वो भी वहां से जहां वे हो रही हैं

हम इसे तभी जारी रख सकते हैं अगर आप हमारी रिपोर्टिंग, लेखन और तस्वीरों के लिए हमारा सहयोग करें.

अभी सब्सक्राइब करें

पुलिस ने बताया कि इन लड़कियों को हाल ही में गांव के ही एक युवक छोटू ने इन तीनों आरोपियों से परिचित कराया था, छोटू को लड़कियों के परिवार वाले जानते हैं.

अपनी बेटियों की मौत से शोक में डूबी मां ने दिप्रिंट से बातचीत में कहा कि घटना बुधवार दोपहर करीब तीन बजे हुई जब वह घर के अंदर थी. उन्होंने बताया, ‘छोटू ने पड़ोस के गांव लालपुर के तीन युवकों को बुलाया था, जिन्हें मैं चेहरे से पहचान सकती हूं. तीनों ने मेरी बेटियों को उस मोटरबाइक पर खींच लिया, जिस पर वो सवार थे और भाग निकले. मैंने कुछ मीटर तक उनका पीछा करने की कोशिश भी की, लेकिन गिर गई.’

उन्होंने आगे आरोप लगाया कि इससे पहले कि वह गिरकर बेहोश होतीं, उन्होंने देखा कि दो आरोपियों को उनकी बड़ी बेटी का ‘गला घोंटा’ और फिर उसे कंधे पर डालकर आगे चले गए, जबकि तीसरे ने उनकी छोटी बेटी को अपने कंधे पर उठा रखा था.

जब उन्हें होश आया तो उन्होंने लड़कियों की तलाश शुरू की, जो शाम करीब 5 बजे एक पेड़ से लटकी मिलीं.

लड़कियों की मां की शिकायत पर सुहैल, जुनैद, हाफिजुर रहमान और छोटू के खिलाफ आईपीसी की धारा 302 (हत्या), 376 (बलात्कार), 452 (चोट पहुंचाने, मारपीट या मारपीट के इरादे के साथ घर पर धावा), 323 (स्वेच्छा से चोट पहुंचाने) और यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण अधिनियम, 2012 की धारा 3 और 4 के तहत एफआईआर दर्ज की गई है.

चारों आरोपितों को गिरफ्तार भी कर लिया गया है.

लखीमपुर खीरी के पुलिस अधीक्षक (एसपी) संजीव सुमन ने मीडियाकर्मियों से कहा कि पुलिस मीडिया के साथ जो प्राथमिक जानकारी साझा कर रही है, वह पुलिस के सामने आरोपी के कबूलनामे पर आधारित है.

उन्होंने बताया, ‘तीनों की शिनाख्त कर ली गई है और पाया गया है कि वे छोटू को जानते हैं, जिसने उन्हें लड़कियों से मिलवाया था. सुहैल और हाफिजुल रहमान को बुधवार देर रात गिरफ्तार किया गया था.’ साथ ही जोड़ा कि जुनैद को गुरुवार सुबह एक झड़प के बाद गिरफ्तार किया गया, जिस दौरान उसके पैर में गोली भी लगी है.

बहरहाल, आरोपियों का पुलिस के समक्ष किया गया कबूलनामा अदालत में स्वीकार्य साक्ष्य नहीं है.


यह भी पढ़ें: इवोल्यूशन की प्रयोगशाला बने ऑरोविले में रहने वालों के बीच आखिर क्यों बढ़ता जा रहा है मतभेद


‘घटनास्थल का दृश्य संदिग्ध’

प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, लड़कियां अपने घर से करीब दो किलोमीटर दूर गन्ने के खेत में खैरी के एक पेड़ से लटकी मिलीं. इस गांव के ही एक मजदूर पक्खो ने कहा ‘छोटी लड़की के पैर बंधे हुए थे और वह अपनी बड़ी बहन के ही बगल में नीचे वाली डाली से लटकी मिली थी. उसके पैर जमीन छू रहे थे. यह सब ‘जानबूझकर किया गया’ लग रहा था.’

परिजनों और ग्रामीणों को मौत की सूचना मिलते ही मौके पर भीड़ जमा हो गई और पुलिस को सूचना दी गई. पुलिस ने आकर दोनों बच्चियों के शव उतारे और अपने साथ ले गए. इससे परिजन नाराज हो गए और उनके सामने ही पोस्टमार्टम कराने की मांग करने लगे.

ग्रामीणों ने विरोध जताने का प्रयास किया तो एसपी सुमन के नेतृत्व में लखीमपुर खीरी पुलिस ने उन्हें निघासन चौराहे के पास सड़क जाम करने से रोका. भीड़ से बहस करते पुलिस कर्मियों के वीडियो भी वायरल हो गए.

ऐसे ही एक वीडियो में एसपी को एक ग्रामीण को ज्यादा ‘नेतागिरी’ न करने के लिए कहते सुना जा सकता है. दूसरी तरफ, एक अन्य वीडियो में वह परिवार को आश्वासन देते नजर आते हैं कि परिवार के साथ चर्चा के बाद ही पोस्टमार्टम कराया जाएगा और उन्होंने ग्रामीणों से भी कहा कि परिवार के जितने लोगों को चाहें उतने बुला लें.

डॉक्टरों का एक पैनल बनने के बाद आखिरकार गुरुवार सुबह शवों का पोस्टमॉर्टम कराया गया. इसके बाद गुरुवार दोपहर करीब 2 बजे बच्चियों के शव घर पहुंचे.

एसपी सुमन ने दिप्रिंट से बातचीत के दौरान कहा, ‘और अधिक ब्योरा जल्द ही सामने लाएंगे. हम फोरेंसिक जांच करा रहे हैं, वैज्ञानिक साक्ष्य जुटा रहे हैं और आरोपियों से पूछताछ भी की जा रही है.’

‘दो आरोपियों ने किया रेप’

एसपी सुमन ने कहा कि अब तक जांच से पता चलता है कि सुहैल और जुनैद ने क्रमशः बड़ी और छोटी बहन के साथ यौन संबंध बनाए थे, और हाफिजुर रहमान भी मौके पर मौजूद था, लेकिन बलात्कार में उसकी संलिप्तता की पुष्टि नहीं हुई है.

एसपी ने कहा, ‘कल, तीनों गांव पहुंचे और उन्होंने लड़कियों को अपने साथ चलने को राजी किया. उन्हें पहले खेतों में ले जाया गया जहां उन्होंने उनकी सहमति के बिना उनके साथ यौन संबंध बनाए. इसके बाद लड़कियों ने आरोपियों से उनके साथ शादी करने को कहा और अपनी जिद पर अड़ी रहीं. इससे नाराज युवकों ने दुपट्टे से लड़कियों का गला घोंट देने की बात स्वीकारी है. फिर, आरोपियों ने दो अन्य लोगों—करीमुद्दीन और आरिफ—को मौके पर बुलाया. सबूत मिटाने के लिए पांचों युवकों ने मिलकर इन लड़कियों को पेड़ से लटका दिया.

पुलिस ने बताया कि एफआईआर में करीमुद्दीन और आरिफ के नाम भी जोड़े जाएंगे.

एसपी सुमन ने कहा, ‘अब तक, केवल सुहैल और जुनैद ने अपराध स्वीकारा है. बाकी युवक अगर अपराध में शामिल हैं, तो पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में इसकी पुष्टि की जाएगी. सभी आरोपियों के कपड़े कब्जे में ले लिए गए हैं और उनका फिजिकल एक्जामिनेशन किया जा रहा है. अभी तक, यह एक प्राथमिक जांच है और बहुत सारे ब्योरों का खुलासा करना संभव नहीं है. सभी छह आरोपी हमारी हिरासत में हैं.’

(इस खबर को अंग्रेजी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)


यह भी पढ़ें: ‘बाढ़ के लिए बाहरियों को दोष देना आसान’- बेंगलुरू के लोग ‘आरोप-प्रत्यारोप के खेल’ की राजनीति से हुए दुखी


share & View comments