नई दिल्ली: दिल्ली की एक अदालत ने बुधवार को जामिया मिल्लिया इस्लामिया के छात्र आसिफ इकबाल तन्हा को उत्तर पूर्वी दिल्ली में हुई सांप्रदायिक हिंसा के एक मामले में सात दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया.
गौरतलब है कि फरवरी में उत्तर पूर्वी दिल्ली में संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान सांप्रदायिक हिंसा भड़क गई थी.
अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश अजय कुमार जैन ने तन्हा को 27 मई तक हिरासत में भेज दिया. पुलिस ने कहा था कि दिल्ली में हुई सांप्रदायिक हिंसा की पूरी साजिश का खुलासा करने के लिए उसे रिमांड पर लेने की जरूरत है. इसके अलावा जांच के दौरान जुटाए गए इलेक्ट्रॉनिक डेटा के बारे में भी उससे पूछताछ करनी है.
फारसी भाषा में बीए कर रहे तृतीय वर्ष के छात्र तन्हा को पिछले साल दिसंबर में सीएए के विरोध में हुए प्रदर्शन के दौरान जामिया इलाके में हिंसा के सिलसिले में भी गिरफ्तार किया गया था. उस मामले में उसे 31 मई तक न्यायिक हिरासत में भेजा गया था.
पुलिस ने कहा कि शाहीन बाग के अबुल फजल एनक्लेव का रहने वाला तन्हा स्टुडेंट्स इस्लामिक ऑर्गेनाइजेशन का सदस्य है और नए नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शनों की अगुवाई करने वाली जामिया समन्वय समिति से भी जुड़ा था.
पिछले वर्ष 15 दिसंबर को जामिया विश्वविद्यालय के निकट प्रदर्शनकारियों ने हिंसक रूख अपनाते हुए चार सरकारी बसों, पुलिस के दो वाहनों को आग के हवाले कर दिया था और पुलिस तथा आम नागरिकों पर पथराव किया था. उस घटना में कम से कम 40 लोग घायल हुए थे.