नई दिल्ली: सीबीआई ने जीएसटी विभाग की पूर्व उपायुक्त सुधा रानी चिलका और विभाग के अधीक्षक श्रीनिवास गांधी बोलिनेनी के खिलाफ कथित रूप से गलत ढंग से इनपुट टैक्स क्रेडिट मामले का निपटारा करने के लिए पांच करोड़ रुपये की रिश्वत मांगने का मामला दर्ज किया है. अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी.
उन्होंने बताया कि यह आरोप लगाया गया है कि हैदराबाद में तैनात अधिकारियों ने 15 अप्रैल, 2019 को एक कंपनी इनफिनिटी मेटल प्रोडक्ट्स इंडिया लिमिटेड से 10 लाख रुपये लिए थे, जो कंपनी कर क्रेडिट मामले में एक जांच का सामना कर रही थी.
उन्होंने बताया कि अधिकारियों ने रिश्वत के तौर पर कथित रूप से जमीन और भूखंड के रूप में पांच करोड़ रुपये की मांग भी की थी.
कंपनी के तत्कालीन निदेशक जे सत्य श्रीधर रेड्डी, जो भरणी कमोडिटीज प्राइवेट लिमिटेड में भी निदेशक थे, के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है.