ठाणे, दो अक्टूबर (भाषा) रिश्वतखोरी के मामले में गिरफ्तार ठाणे नगर निगम उपायुक्त और एक अन्य व्यक्ति को बृहस्पतिवार को एक स्थानीय अदालत में पेश किया गया, जहां उन्हें चार अक्टूबर तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया।
ठाणे नगर निगम के अतिक्रमण-रोधी विभाग के प्रमुख शंकर पटोले और ओमकार गायकर को बुधवार को निगम मुख्यालय में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) द्वारा की गई छापेमारी के दौरान गिरफ्तार किया गया।
पटोले और गायकर को अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश वी जी मोहिते के समक्ष पेश किया गया, जिन्होंने एसीबी अधिकारियों की दलीलें सुनने के बाद दोनों को चार अक्टूबर तक पुलिस हिरासत में भेज दिया।
रिश्वतखोरी की प्राथमिकी में नामजद तीसरा व्यक्ति सुशांत सुर्वे फिलहाल फरार है।
एसीबी के अनुसार पटोले, गायकर और सुर्वे के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है।
एक रियल एस्टेट कारोबारी ने मुंबई एसीबी से शिकायत की थी कि ठाणे के एक नगर निगम अधिकारी (पटोले) ने शहर में उसके परिसर से अतिक्रमण हटाने के मामले में कथित तौर पर 35 लाख रुपये की रिश्वत मांगी थी।
शिकायतकर्ता ने दावा किया कि वह पहले ही सुर्वे के माध्यम से अधिकारी को 10 लाख रुपये का भुगतान कर चुका है। बिल्डर निगम मुख्यालय में पटोले के कक्ष में गायकर को शेष 25 लाख रुपये सौंप रहा था, तभी एसीबी ने दोनों को पकड़ लिया।
भाषा शफीक अविनाश
अविनाश
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