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Thursday, 25 April, 2024
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ज़मानत पर छूटे बुलंदशहर हिंसा के आरोपियों का माला पहनाकर, जय श्रीराम के नारों से हुआ स्वागत

उत्तर प्रदेश में बुलंदशहर हिंसा के आरोपियों का ज़मानत पर छूटने पर जिस तरह स्वागत हुआ है उस पर राजनीतिक बवाल हो रहा है. 

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बुलंदशहर : किसी जंग को जीतने वाले सिपाही या किसी परीक्षा में अवल्ल आने वाले छात्रों का फूल मालाओं से स्वागत की तस्वीरें तो देखी होंगी आपने लेकिन यूपी के बुलंदशहर में तो दंगे के आरोपियों का भी स्वागत फूल माला पहनाकर किया गया है. दरअसल 3 दिसंबर 2018 को बुलंदशहर के स्याना में गोकशी के कारण हुई हिंसा के आरोपी जब जमानत पर जेल से बाहर आए तो उनका स्वागत फूल मालाओं से किया गया. इस दौरान जय श्रीराम और भारत माता की जय के नारे भी लगे. सोशल मीडिया पर इसका वीडियो भी वायरल हो रहा है.

चश्मदीदों के मुताबिक बुलंदशहर हिंसा के आरोपी जीतू फौजी, शिखर अग्रवाल, हेमू, उपेंद्र सिंह राघव, सौरव और रोहित राघव शनिवार को कोर्ट से ज़मानत लेकर जैसे ही जेल से बाहर आए, हिन्दूवादी संगठन से जुड़े लोगों ने फूल माला पहनाकर उनका स्वागत किया. वीडियो में साफ दिख रहा है कि उनके स्वागत में जय श्रीराम और भारत माता की जय के नारे लगाए गए. हिंसा के इन आरोपियों के स्वागत में जश्न मनाया गया.

इंस्पेक्टर की गोली मारकर की गई थी हत्या

बता दें कि पिछले साल 3 दिसंबर  को स्याना के चिगरावठी गांव में गोकशी के बाद हिंसा भड़क उठी थी. हिंसा के दौरान  इंस्पेक्टर सुबोध कुमार की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इस दौरान पूरे गांव में जमकर आगजनी और बलवा हुआ था. बदमाशों ने सरकारी वाहन और पुलिस चौकी को आग के हवाले कर दिया था. इस मामले में यूपी पुलिस ने मामला दर्ज कर 38 लोगों को जेल भेजा था. 38 में से 6 आरोपी साढ़े सात महीने के बाद जेल से जमानत पर रिहा होकर शनिवार को बाहर निकले थे.

इस हिंसा के आरोपी शिखर अग्रवाल भाजपा युवा मोर्चा के स्याना के पूर्व नगर अध्यक्ष हैं. जबकि उपेंद्र सिंह राघव अंतरराष्ट्रीय हिन्दू परिषद के विभाग अध्यक्ष हैं. घटना से पहले वह विश्व हिंदू परिषद के विभाग अध्यक्ष रह चुके थे. इसी कारण इनके स्वागत में कई हिंदूवादी संगठन के लोग इकट्ठा हुए.

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कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता सुरेंद्र राजपूत ने वीडियो ट्वीट करते हुआ लिखा-ये बुलन्दशहर के सुबोध कुमार सिंह की हत्या के आरोपित हैं. देखिये ज़मानत पर आने के बाद कैसे स्वागत कर रहे हैं भाजपा वाले वीएचपी वाले और बजरंग दल वाले?

कांग्रेस विधायक अजय कुमार लल्लू का कहना है कि जो हो रहा है वह बीजेपी के मुताबिक किया जा रहा हा. ‘यही बीजेपी का राम राज्य का काॅन्सेप्ट है. बीजेपी और उसके सहयोगी दल ऐसे आरोपियों को बढ़ावा देने का काम हमेशा से करते रहे हैं.’

वहीं लेखिका तवलीन सिंह ने ट्वीट करते हुए कहा है कि हिंसा के आरोपियों का इस तरह से स्वागत होते देखना बेहद हैरान कर देने वाला है.

कांग्रेस के आरोपों पर बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता हरीश श्रीवास्तव ने कहा है कि ‘कानून हाथ में लेने वालों को बीजेपी कभी संरक्षण नहीं देती है. वीडियो में जो दिख रहे हैं वह बीजेपी के पदाधिकारी नहीं हैं. बीजेपी हमेशा अपराधियों के खिलाफ रही है. हम लोग अपराधियों का कभी साथ नहीं देते हैं.’

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योगेश राज के नाम पर लगा पोस्टर.

आरोपी योगेश राज से बधाई देते हुए पोस्टर लगे

इसी हिंसा का एक अन्य आरोपी  योगेश राज अभी जेल में है लेकिन उसके नाम से अभी भी लोगों को जन्माष्टमी की बधाई दी जा रही है. बुलंदशहर में योगेश राज के बधाई के पोस्टर लगे हैं जिनमें योगेश की तस्वीर भी चस्पा है. योगेश राज को बजरंग दल का जिला संयोजक दिखाया गया है. उस पर लिखा है, ‘कोई भी ताकत लड़ नहीं सकती राम भक्तों की हुंकार से.’ इससे पहले मकर संक्रांति के मौके पर भी ऐसे पोस्टर शहर में कई जगह दिख थे. बता दें कि 3 दिसंबर, 2018 को हुई बुलंदशहर हिंसा के ठीक एक महीने बाद 3 जनवरी, 2019 को योगेश को पुलिस की गिरफ्त में लिया गया था.

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