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Saturday, 4 May, 2024
होमदेशविवादों से केरल के त्रिशूर पूरम उत्सव की चमक फीकी; दिन में आतिशबाजी का प्रदर्शन हुआ

विवादों से केरल के त्रिशूर पूरम उत्सव की चमक फीकी; दिन में आतिशबाजी का प्रदर्शन हुआ

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त्रिशूर (केरल), 20 अप्रैल (भाषा) पुलिस द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों और शोभायात्रा में कथित हस्तक्षेप के कारण छिड़े विवादों ने इस बार वार्षिक उत्सव त्रिशूर पूरम की चमक फीकी कर दी।

उत्सव के इतिहास में पहली बार कार्यक्रम के प्रमुख आकर्षणों में से एक आतिशबाजी का प्रदर्शन दिन में हुआ। शनिवार को दिन के उजाले में आतिशबाजी की वजह से इसको लेकर लोगों में कोई उत्साह नहीं दिखा।

पूरम उत्सव के समापन के बाद, उत्सव में जुटी भीड़ को संभालने को लेकर तिरुवंबडी और परमेक्कावु देवस्वओम के अधिकारियों और पुलिस के बीच विवाद पैदा हो गया। तिरुवंबडी और परमेक्कावु देवस्वओम त्रिशूर पूरम उत्सव के मुख्य आयोजक हैं।

पुलिस के साथ बहस के बाद, तिरुवंबडी देवस्वओम ने त्योहार की शोभायात्रा को रद्द कर दिया और पारंपरिक अनुष्ठानों को सादे तरीके से आयोजित किया। आतिशबाजी का प्रदर्शन तड़के तीन बजे शुरू होने वाला था लेकिन इसका आयोजन सुबह सात बजे के बाद हुआ।

शुक्रवार रात को आतिशबाजी देखने के लिए राज्य भर से आए लोगों ने इसे स्थगित किए जाने का कड़ा विरोध किया।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और त्रिशूर लोकसभा सीट से उम्मीदवार के मुरलीधरन ने पूरम उत्सव के संबंध में घटनाक्रम को लेकर जिला प्रशासन की आलोचना की।

उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘पुलिस की ज्यादती के लिए राज्य सरकार और जिला प्रशासन जिम्मेदार है। मुद्दों को एक घंटे में सुलझाया जा सकता था…तिरुवंबडी देवस्वओम के एक कर्मचारी को पुलिस लाठीचार्ज में चोटें भी आईं।’’

उन्होंने इस मुद्दे पर केंद्र सरकार पर भी निशाना साधते हुए कहा कि केंद्रीय कानून की वजह से आतिशबाजी प्रदर्शन पर कई तरह के प्रतिबंध है।

राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता वी डी सतीसन ने भी राज्य सरकार की आलोचना की और सवाल किया कि पुलिस उत्सव के आयोजन में हस्तक्षेप क्यों कर रही है। उन्होंने कहा कि त्रिशूर पूरम ऐसा उत्सव है जिसमें विभिन्न धर्मों के लोगों की भागीदारी होती है।

भाषा आशीष माधव

माधव

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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