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Saturday, 21 December, 2024
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छठ महापर्व की आज से हुई शुरुआत, जहरीले सफेद झाग के बीच व्रती लगा रहीं हैं यमुना में डुबकी

दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने इस साल यमुना घाटों पर छठ पूजा के आयोजन पर रोक लगा दी है. इसे लेकर आप और भाजपा के बीच पिछले कई दिनों से जुबानी जंग जारी है.

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नई दिल्ली: चार दिनों तक चलने वाले लोक आस्था के महापर्व छठ पर्व की आज से शुरुआत हो चुकी है. आज इस पर्व का पहला दिन है और इसे नहाय खाय के रूप में मनाते हैं..महिलाएं तब तक कुछ नहीं खाती हैं जब तक वो नहा न लें.

इस व्रत में साफ सफाई और शुद्धता का काफी ध्यान रखा जाता है. शुद्धता का ध्यान रखते हुए व्रतियों ने सोमवार सुबह देश की राजधानी में यमुना नदी में डुबकी लगा पर्व की शुरुआत कर दी है.

लेकिन जिस दौरान व्रती और महिलाएं यमुना में डुबकी लगाकर अपने को साफ सुथरा कर व्रत की शुरुआत कर रही थीं उसी दौरान यमुना नदी कालिंदी कुंज के पास सफेद और जहरीले झाग से भरी दिखाई दे रही थी.

हालांकि, यह पहली बार नहीं है, जब छठ पूजा के मौके पर यमुना की ऐसी तस्वीरें सामने आ रही हों.

रविवार को यमुना में अमोनिया की मात्रा बढ़ने से दिल्ली में कई इलाकों में पानी की आपूर्ति भी बाधित रही थी.

छठ पूजा को लेकर और यमुना में बढ़ते जहरीले झाग को लेकर राजनीति तेज हो गई है.

भारतीय जनता पार्टी ने नेता परवेश वर्मा ने कहा कि छठ को लेकर राजनीति नहीं की जानी चाहिए..लेकिन इसके साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि केजरीवाल ने छठ पर्व को देखते हुए यमुना में किसी तरह की सफाई नहीं करवाई है.

वहीं परवेश वर्मा आईटीओ के करीब यमुना घाट पर छठ पूजा के लिए पूजा की. डीडीएमए ने केवल निर्धारित स्थलों पर पूजा की अनुमति दी है, यमुना घाटों पर नहीं.

उन्होंने कहा, ‘मुख्यमंत्री को पूर्वांचल के लोगों ने वोट दिया था और अब वह उन्हें अनुमति देने से इनकार कर रहे हैं. हम यहां घाट बनाएंगे और 10 नवंबर को जश्न मनाएंगे.’

वहीं भाजपा के नेता और दिल्ली भाजपा के पूर्व अध्यक्ष मनोज तिवारी ने कहा कि यमुना की जो तस्वीरें आ रही हैं वो चिंताजनक है.

उन्होंने लिखा, ‘ क्या हाल कर दिया आप ने दिल्ली का, ये आज की यमुना नदी की तस्वीरें काफ़ी चिंताजनक हैं और ये तस्वीरें बयान करती हैं कि दिल्ली के मुख्यमंत्री ने पूर्वांचलीयों की आस्था के पर्व छठ पूजा को यमुना नदी के तट पर मनाने से रोक क्यों लगाई, पोल जो खुल जाती…पहुंच रहा हूं इस घाट पर सच्चाई दिखाने.’

इस बीच मनोज तिवारी यमुना नदी पहुंचे और उन्होंने नदी में बहते हुए कचरे को उठाया और पूछा, ‘ कहां हैं केजरीवाल.’

उन्होंने कहा कि यमुना के हालात को देखकर आज जन जन का मन रो रहा है. केजरीवाल को यहां होना चाहिए.

यमुना की गंदगी को छुपाने के लिए वो छठ पर्व यमुना किनारे मनाए जाने से रोक रहे हैं.

दिल्ली में यमुना घाटों पर छठ पूजा उत्सव को लेकर सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) और विपक्षी दल भाजपा के बीच जारी जुबानी जंग रविवार को उस समय और तेज हो गई, जब भारतीय जनता पाटी के सांसद परवेश वर्मा ने प्रतिबंध की अवहेलना कर घाट पर छठ पूजा करने की धमकी दी थी.

सोमवार को उन्होंने घाट की पूजा भी की. साथ ही वर्मा ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को चुनौती दी कि वह उन्हें रोककर दिखाएं.

इस बीच, आप के एक विधायक ने भाजपा पर द्वारका में उन्हें छठ घाट तैयार करने से रोकने का आरोप लगाते हुए धरना दिया.

दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) ने इस साल यमुना घाटों पर छठ पूजा के आयोजन पर रोक लगा दी है. इसे लेकर आप और भाजपा के बीच पिछले कई दिनों से जुबानी जंग जारी है. इस पर्व के राजनीतिक मायने भी हैं क्योंकि पूर्वांचल (पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार) के लोग भारी संख्या में शहर में निवास करते हैं जोकि वोट बैंक के लिहाज से दोनों दलों के लिए अहम हैं.


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