मुंबई, छह जून (भाषा) महाराष्ट्र के उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री चंद्रकांत पाटिल ने शुक्रवार को कहा कि अगले शैक्षणिक वर्ष से महाराष्ट्र में व्यावसायिक पाठ्यक्रमों के लिए सामान्य प्रवेश परीक्षा (सीईटी) केवल राज्य के परीक्षा केंद्रों पर ही आयोजित की जाएगी ताकि धांधलियों को रोका जा सके।
उन्होंने कहा कि इसी के साथ किसी संस्थान के पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए सीईटी देने वाले राज्य के बाहर के लोगों को महाराष्ट्र में स्थित परीक्षा केंद्र आना होगा।
मंत्री द्वारा यह घोषणा महाराष्ट्र के बाहर कुछ परीक्षा केंद्रों में अनियमितता के आरोप लगने के बाद की गई है।
उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री ने कहा, ‘‘सीईटी में पारदर्शिता बनाए रखने और गड़बड़ी को रोकने के लिए राज्य सरकार ने अगले वर्ष से परीक्षा केंद्र महाराष्ट्र के भीतर ही रखने का फैसला किया है।’’
मंत्री हाल में हुए एक मामले का जिक्र कर रहे थे जिसमें बिहार के पटना में एक ही परीक्षा केंद्र से चार उम्मीदवारों ने पांच वर्षीय एलएलबी पाठ्यक्रम के लिए महाराष्ट्र सीईटी में 100 पर्सेंटाइल हासिल किए थे। इस मामले की जांच अब राज्य अपराध जांच विभाग (सीआईडी) कर रहा है।
पाटिल ने कहा, ‘‘ऐसी घटनाएं गंभीर संदेह पैदा करती हैं और परीक्षा प्रक्रिया की विश्वसनीयता को कमजोर करती हैं। लेकिन केवल महाराष्ट्र में ही सीईटी आयोजित करके हम बेहतर निगरानी सुनिश्चित कर सकते हैं और संगठित कदाचार के जोखिम को कम कर सकते हैं।’’
मुंबई की अपराध शाखा ने पहले एक प्रवेश गिरोह के खिलाफ कार्रवाई की थी, जिसमें कथित तौर पर छात्रों से सीईटी में उनके अंक बढ़ाने का वादा करके पैसे ऐंठे गए थे। इस सिलसिले में दिल्ली से तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया था।
महाराष्ट्र में संचालित पेशेवर पाठ्यक्रमों के लिए हर साल 10 लाख से अधिक अभ्यार्थी सीईटी में किस्मत आजमाते हैं, जिनमें से 25,000 से अधिक महाराष्ट्र के बाहर के केंद्रों का चयन करते हैं।
भाषा धीरज वैभव
वैभव
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.