नई दिल्ली: देश में कोरोना महामारी का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है. कोरोनावायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए देश के 14 राज्य और 82 जिलों को पूरी तरह 31 मार्च तक बंद कर दिया गया है. जिसमें यूपी के 15 जिलों में 25 मार्च तक बंदी रहेगी, जबकि तीन राज्यों में आंशिक बंदी की घोषणा की गई है. वहीं इसके बाद भी यह देखने में आ रहा है कि लोगों का अपने घर से बाहर निकलना जारी रखा है. इसके चलते पीएम मोदी ने सभी राज्य सरकारों को इसे सख्ती से पालन करवाने के लिए कहा है.
जनता कर्फ्यू के बाद लॉकडाउन की स्थिति पर पीएम मोदी ने ट्वीट किया है, ‘लॉकडाउन को अभी भी कई लोग गंभीरता से नहीं ले रहे हैं. कृपया करके अपने आप को बचाएं, अपने परिवार को बचाएं, निर्देशों का गंभीरता से पालन करें. राज्य सरकारों से मेरा अनुरोध है कि वो नियमों और कानून का सख्ती से पालन करवाएं.’
लॉकडाउन को अभी भी कई लोग गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। कृपया करके अपने आप को बचाएं, अपने परिवार को बचाएं, निर्देशों का गंभीरता से पालन करें। राज्य सरकारों से मेरा अनुरोध है कि वो नियमों और कानूनों का पालन करवाएं।
— Narendra Modi (@narendramodi) March 23, 2020
रविवार को जनता कर्फ्यू के बाद शाम को पांच बजे के बाद कुछ शहरों में लोगों के एकत्र होने और सामूहिक शंखनाद जैसी तस्वीरें सामने आई थी. कुछ जगह लोग थालियां और घंटियां लेकर सड़कों पर रैली ही निकालने लगे थे. जिसका सोशल मीडिया पर वीडियो डाल कर लोगों ने रोष भी प्रकट किया. इसी के बाद लॉकडाउन को देश के अन्य राज्यों ने सारी रात के लिए बढ़ा दिया और जनता से गुजारिश की है कि वह बहुत जरूरी हो तभी घरों से निकलें.
देश के कई शहरों में निकले जुलूस का विरोध भी हो रहा है. मध्यप्रदेश के इंदौर में भी लोगों ने जुलूस निकाला गया जिसकी चहूं ओर भर्त्सना हो रही है. वहीं कुछ लोग अपने शहर में निकले इस जुलूस के खुद को शर्मसार महसूस कर रहे हैं इसमें एबीपी के पत्रकार सुमित अवस्थी भी हैं जिन्होंने ट्वीट कर लिखा,’बेहद अफ़सोस है कि मेरे बचपन के शहर #इन्दौर ने पूरे देश का मान कम कर दिया! सबसे स्वच्छ शहर सबसे असंवेदनशील निकला! शाम के 5 बजते ही इन्दौरियों ने #जनताकर्फ्यू के परखच्चे उड़ा दिए. सैकड़ों की संख्या में राजबाड़ा पहुंचे लोग, कहां थी इन्दौर पुलिस? @MPPoliceOnline सबकी मेहनत पर पानी फेर दिया. लोग वहां की पुलिस व्यवस्था पर भी सवाल कर रही है.’
#JantaCurfew का जुलूस निकालकर रख दिया मूर्खों ने .. https://t.co/kPKKjsLFXG
— Ajit Anjum (@ajitanjum) March 22, 2020
वहीं केंद्र सरकार की तरफ से इसके लिए निर्देश जारी किया गया है कि लोग लॉकडाउन का पालन नहीं करता है तो उस पर कानूनी एक्शन लिया जा सकता है.
ये लोग समाज के कोरोना हैं… कोरोना से पहले इस बीमारी का इलाज ज़रूरी है….नहीं तो मेडिकल स्टाफ़ व डॉक्टर्स की सारी मेहनत बेकार चली जाएगी. https://t.co/RhWrNBJcqf
— Manish Sisodia (@msisodia) March 22, 2020
कोरोना वायरस के खिलाफ जंग को लेकर हुए जनता कर्फ्यू को रविवार को पूरा समर्थन मिला था. इसके बाद पीएम ने कहा था कि लोगों का आभार प्रकट करते हुए कहा था कि जनता कर्फ्यू रविवार रात 9 बजे खत्म हो जाएगा, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि हम उत्सव मनाना शुरू कर दें. लोग इसको सफलता ना मानें, यह एक लंबी लड़ाई की शुरुआत है.वहीं पीएम ने यह भी कहा था कि देशवासियों ने साबित कर दिया कि हम ठान लें तो बड़ी से बड़ी चुनौती को एकजुट कर हरा सकते है.
सरकारी आंकड़ों में अब तक कोरोना से पीड़ित 430 मामले सामने निकल कर आए हैं. इसमें से 41 विदेशी हैं. 7 लोगों की मौत भी हो चुकी है. केंद्र और राज्य सरकारों की तरफ से लोगों को इसके प्रति जागरूक किया जा रहा है, महामारी को फैलने से रोकने के लिए कई कदम भी उठाए गए हैं. वहीं विदेशों में फंसे भारतीय लोगों को भी सरकार वापस लाया जा रहा है और जिन देशों में अभी भी लोग फंसे हैं उन्हें वापस लाने के लिए प्रयास में जुटी है.