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Thursday, 25 April, 2024
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सीबीएसई 12वीं के नतीजे- टॉप 16 में आखिरी पायदान के लिए पटना और प्रयागराज क्षेत्र में होड़

2019 की तुलना में 2020 में पास हुए ट्रांसजेंडर छात्रों की संख्या में काफ़ी गिरावट है. 2019 में जहां 83.33 प्रतिशत ट्रांसजेंडर छात्र पास हुए थे, वहीं दूसरी तरफ़ इस साल 83.33 प्रतिशत ट्रांसजेंडर छात्र पास हुए हैं. 

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नई दिल्ली: सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (सीबीएसई) ने सोमवार को 12वीं के नतीजों की घोषणा कर दी है. रीजन के हिसाब से पास पर्सेंटेज के मामले में देश को दो रीजन पटना और प्रयागराज नीचे से दूसरे नंबर पर हैं. टॉप 16 की सूची में पटना रीजन 16वें और प्रयागराज 15वें नंबर पर है.

सीबीएसई की पीआरओ रमा शर्मा ने कहा, ‘एक रीजन में कुछ या कई राज्य होते हैं. जैसे गोहाटी रीजन में पूर्वोत्तर के राज्य शामिल हैं वैसे ही पटना रीजन में बिहार और झारखंड शामिल हैं.’ रीजन के हिसाब से पास पर्सेंटेज पर ग़ौर करें तो पटना और प्रयागराग की हालत खस्ता है.

सभी विषयों पर आधारित रीजन के हिसाब से पास पर्सेंटेज के मामले में 74.57 प्रतिशत के साथ पटना रीजन 16वें और 82.49 प्रतिशत के साथ प्रयागराज (पूर्व में इलाहाबाद) 15वें नंबर पर है. पहले दो स्थानों पर तिरुवनंतपुरम रीजन (97.67%) और दूसरे नंबर पर बेंगलुरु रीजन (97.05%) है.

शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने सोमवार दोपहर एक ट्वीट करके सीबीएई के 12वीं के नतीजों को घोषित किए जाने की जानकारी दी. उन्होंने लिखा, ‘प्रिय छात्रों, परिजनों और शिक्षकों! सीबीएसई ने 12वीं के नतीजों की घोषणा कर दी है और नतीजे http://cbseresults.nic.in पर देखे जा सकते हैं.’

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हालांकि, जब से नतीजे घोषित हुए हैं तब से सीबीएसई द्वारा दिए गए नतीजे पाने के साभी ऑनलाइन पते ठप पड़े हुए हैं. एक ट्वीट में सीबीएसई ने लिखा, ‘एनआईसी द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक रिजल्ट देखने में तकनीकी दिक्कत आ रही है. 2 घंटों में इसके ठीक हो जाने की संभावना है.’ हालांकि, ख़बर लिखे जाने तक ये ठीक नहीं हुआ है.

सीबीएसई ने ये भी जानकारी दी कि सभी स्कूलों को पूरे नतीजे भेजे जा चुके हैं और छात्र अपने स्कूल से अपने नतीजे प्राप्त कर सकते हैं. उन्होंने ये जानकारी भी दी कि डिजिलॉकर के जरिए भी नतीजे दिए जा रहे हैं. शिक्षामंत्री ने भी एक ट्वीट में छात्रों से नतीजों के लिए अपने स्कूल से भी संपर्क करने को कहा.

रीजन के हिसाब से पास पर्सेंटेज के मामले में तीसरे नंबर पर चेन्नई रीजन (96.17%) है. वहीं चौथे नंबर पर पश्चिमी दिल्ली रीजन (94.61%) और पांचवें पर पूर्वी दिल्ली रीजन (94.24%) है. पुणे रीजन (90.24%) 10वें नंबर और गोहटी रीजन (83.37) 13वें नंबर पर है.

ओवरऑल पास पर्सेंटेज में 5.38 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है. पिछली बार के 83.40 प्रतिशत की तुलना में इस बार ये 88.78 प्रतिशत रहा है. दिल्ली रीजन में पास होने वाले छात्रों का प्रतिशत 94.39 है. लड़कों की तुलना में लड़कियों के बेहतर प्रदर्शन करने का प्रतिशत 5.96 रहा.

2019 में भी लड़कियों ने लड़कों से बेहतर किया था. 2019 में 79.40 प्रतिशत लड़कों की तुलना में 88.70 प्रतिशत लड़कियां पास हुई थीं. 2020 में 79.40 प्रतिशत लड़कों की तुलना में 86.19 लड़किया पास हुई हैं.

2019 की तुलना में 2020 में पास हुए ट्रांसजेंडर छात्रों की संख्या में काफ़ी गिरावट आई है. 2019 में जहां 83.33 प्रतिशत ट्रांसजेंडर छात्र पास हुए थे, वहीं दूसरी तरफ़ इस साल 83.33 प्रतिशत पास हुए हैं.

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