देहरादून, 25 अगस्त (भाषा) उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जल्द ही अपने मंत्रिमंडल का विस्तार कर सकते हैं। उनके नजदीकी सूत्रों से यह जानकारी मिली है।
मुख्यमंत्री ने ऐसी अटकलों को खुद ही यह कहकर हवा दे दी है कि इस मुद्दे पर चर्चा चल रही है और अंतिम फैसला पार्टी हाईकमान द्वारा लिया जाएगा ।
राजनीतिक गलियारों और मीडिया में इन अटकलों के तेज होते ही सत्ताधारी विधायकों ने मुख्यमंत्री से मिलकर अपनी दावेदारी जतानी शुरू भी कर दी है।
इस संबंध में देहरादून के राजपुर रोड विधायक खजान दास सहित कुछ अन्य विधायकों ने रविवार को मुख्यमंत्री से मुलाकात की।
इस वर्ष मार्च में एक विवाद के बाद तत्कालीन वित्त और विधायी कार्यमंत्री प्रेम चंद अग्रवाल के पद से इस्तीफा देने के बाद प्रदेश के धामी मंत्रिमंडल में रिक्त पदों की संख्या पांच हो गयी है।
अग्रवाल के पद छोड़ने के बाद से मीडिया में मंत्रिमंडल विस्तार की अटकलें चल रही हैं। सूत्रों का कहना है कि मुख्यमंत्री अब जल्द ही अपने मंत्रिमंडल के रिक्त पद भर सकते हैं।
भाजपा जब 2022 में लगातार दूसरी बार सत्ता में आयी तो मुख्यमंत्री धामी सहित कुल नौ मंत्रियों ने शपथ ली थी। संवैधानिक प्रावधान के तहत, उत्तराखंड में राज्य मंत्रिमंडल में अधिकतम 12 सदस्य हो सकते हैं।
अप्रैल 2023 में सामाजिक कल्याण और परिवहन मंत्री चंदन रामदास के निधन के बाद मंत्रिमंडल में आठ सदस्य रह गए और अग्रवाल के इस्तीफे के बाद यह संख्या घटकर सात पर पहुंच गयी।
भारतीय जनता पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, ‘‘2027 में होने वाला विधानसभा चुनाव भी अब ज्यादा दूर नहीं है। यह बिल्कुल सही समय है कि मुख्यमंत्री अपने मंत्रिमंडल का विस्तार और उसमें फेरबदल कर लें।’’
मीडिया से कई बार बातचीत के दौरान भाजपा की राज्य इकाई के अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने माना कि राज्य मंत्रिमंडल के विस्तार का सही समय आ गया है। उन्होंने कहा कि उनकी इस मामले पर मुख्यमंत्री के साथ चर्चा हुई है और वे इस बात पर सहमत हैं कि राज्य में मंत्रिमंडल विस्तार के लिए यह उपयुक्त समय है।
सूत्रों ने बताया कि मंत्रिमंडल विस्तार से पहले पार्टी के केंद्रीय नेताओं की राय लेने के लिए मुख्यमंत्री एक बार फिर दिल्ली जा सकते हैं ।
भाषा दीप्ति संतोष
संतोष
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