नयी दिल्ली, 24 मार्च (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के शीर्ष नेतृत्व ने बृहस्पतिवार को उत्तर प्रदेश में सरकार गठन की रूपरेखा को अंतिम रूप दे दिया। सूत्रों के मुतिाबिक नयी मंत्रिपरिषद के सदस्यों के चयन में पार्टी ने जाति, उम्र, क्षेत्रीय संतुलन और शिक्षा सहित अन्य कई कारकों का ध्यान रखा है।
लखनऊ में बृहस्पतिवार को बैठक में योगी आदित्यनाथ को सर्वसम्मति से भाजपा विधायक दल का नेता चुना गया।
सूत्रों के मुताबिक योगी शुक्रवार को शपथ ग्रहण कर सकते हैं। सूत्रों के अनुसार उनकी मंत्रिपिरषद में दो दो उपमुख्यमंत्री हो सकते हैं। निवर्तमान उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और दिनेश शर्मा के अलावा बेबी रानी मौर्य को उपमुख्यमंत्री पद के प्रमुख दावेदारों के रूप में देखा जा रहा है।
बेबी रानी मौर्य अनुसूचित जाति वर्ग के प्रभावी जाटव समुदाय से हैं। ऐसी चर्चा है कि उन्हें नयी सरकार में अहम भूमिका मिलनी तय है। विधानसभा का चुनाव लड़ने से पहले उन्होंने उत्तराखंड के राज्यपाल के पद से इस्तीफा दे दिया था।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा, केंद्रीय मंत्री व उत्तर प्रदेश के चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान ने बृहस्पतिवार को एक बैठक की और सरकार गठन की प्रक्रिया को लेकर चर्चा की। शाह को उत्तर प्रदेश प्रदेश में विधायक दल के नेता के चयन के लिए केंद्रीय पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया है। उत्तर प्रदेश के हाल ही में संपन्न विधानसभा चुनावों में भाजपा ने दो-तिहाई सीटें जीती थी।
योगी सरकार में मंत्री रहे बृजेश पाठक, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह और विधान परिषद के सदस्य व प्रधानमंत्री के करीबी कहे जाने वाले ए के शर्मा को भी नयी सरकार में अहम जिम्मेदारी दी जा सकती है। पार्टी यदि उपमुख्यमंत्री के पद पर नए चेहरों को लाती है तो पाठक, स्वतंत्र देव सिंह और ए के शर्मा को भी यह जिम्मेदारी दी सकती है।
नयी सरकार का शपथ ग्रहण समारोह शुक्रवार को लखनऊ के अटल बिहारी वाजपेयी इकाना स्टेडियम में होना है।
प्रधानमंत्री मोदी सहित कई भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने की संभावना है।
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