रीवा (मप्र), 17 मई (भाषा) मध्यप्रदेश में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक विधायक ने विवादास्पद दावा करते हुए कहा है कि पाकिस्तान के खिलाफ सैन्य हमले संयुक्त राष्ट्र के ‘आदेश’ के कारण रोके गए।
पहली बार विधायक बने नरेंद्र प्रजापति ने बाद में आरोप लगाया कि उनके बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश किया जा रहा है।
भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने स्पष्ट रूप से कहा है कि पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत की ओर से शुरू की गई सैन्य कार्रवाई ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को पाकिस्तान के सैन्य संचालन महानिदेशक द्वारा अपने भारतीय समकक्ष को फोन करने और दोनों देशों के बीच सहमति बनने के बाद रोक दिया गया था।
शुक्रवार को रीवा में भाजपा द्वारा आयोजित ‘तिरंगा यात्रा’ में जिले के मनगवां से विधायक नरेंद्र प्रजापति ने कहा कि पाकिस्तान को पहले के युद्धों में धूल चटा दी गई थी।
प्रजापति ने कहा, ‘‘मैं कहूंगा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई में उसे (पड़ोसी देश को) समाप्त कर दिया गया होता, अगर हमें संयुक्त राष्ट्र से युद्ध विराम का आदेश नहीं मिला होता।’’
अपने भाषण के वीडियो सोशल मीडिया पर प्रसारित होने के बाद प्रजापति ने शाम को एक वीडियो बयान जारी किया, जिसमें दावा किया गया कि उन्होंने ‘‘भावनाओं में बहकर’’ यह बात कही थी, लेकिन ‘‘मीडिया मेरे बयानों को तोड़-मरोड़ कर पेश कर रहा है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘भारतीय सेना ने पाकिस्तान में घुसकर आतंकवादियों के नौ ठिकानों को नष्ट कर दिया। जब पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था डगमगा रही थी और पाकिस्तान घुटनों के बल आकर गिड़गिड़ा रहा था, तब ही प्रधानमंत्री मोदी और भारतीय सशस्त्र बलों ने युद्ध विराम की घोषणा की।’’
शुक्रवार को उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा की यह टिप्पणी आलोचनाओं के घेरे में आ गई कि देश, इसकी सेना और सैनिक ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के सफल क्रियान्वयन के कारण प्रधानमंत्री मोदी के नतमस्तक हैं।’’
इससे पहले मध्यप्रदेश के एक अन्य मंत्री विजय शाह को कर्नल सोफिया कुरैशी के बारे में टिप्पणी के लिए आलोचनाओं का सामना करना पड़ा। कुरैशी ने विंग कमांडर व्योमिका सिंह के साथ ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर मीडिया को जानकारी दी थी।
भाषा सं दिमो सुरभि
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