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Thursday, 14 August, 2025
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बिहार: मुजफ्फरपुर केंद्रीय कारागार में स्वतंत्रता सेनानी खुदीराम बोस को श्रद्धांजलि

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मुजफ्फरपुर/ पटना, 11 अगस्त (भाषा) बिहार में मुजफ्फरपुर के जिला मजिस्ट्रेट सुब्रत सेन, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) सुशील कुमार और विभिन्न क्षेत्रों के लोगों ने सोमवार को यहां केंद्रीय कारागार में स्वतंत्रता सेनानी खुदीराम बोस को उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि दी।

बोस को ब्रिटिश न्यायाधीश डगलस किंग्सफोर्ड की हत्या के प्रयास के लिए मौत की सजा सुनाई गई थी और 1908 में आज ही के दिन उन्हें फंदे पर लटका दिया गया था।

अपने सहयोगी प्रफुल्ल चाकी के साथ मिलकर बोस ने एक वाहन पर यह सोचकर बम से हमला किया था कि उसमें किंग्सफोर्ड सवार थे, लेकिन इस हमले में दो ब्रिटिश महिलाएं मारी गई थीं।

चाकी ने गिरफ्तारी से बचने के लिए खुद को गोली मार ली थी, जबकि बोस को गिरफ्तार कर लिया गया था और उन पर मुकदमा चलाया गया। बाद में उन्हें फांसी दे दी गई।

बोस द्वारा कंपनी बाग नाम के स्थान पर बम विस्फोट का प्रयास किया था, जहां आज खुदीराम बोस स्मारक है और सोमवार को अधिकारियों ने यहां बोस की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया।

पश्चिम बंगाल के पश्चिम मेदिनीपुर जिले के हबीबपुर स्थित बोस के पैतृक गांव से भी कई लोग स्वतंत्रता सेनानी को श्रद्धांजलि देने के लिए केंद्रीय कारागार के बाहर मौजूद थे।

राज्य की राजधानी पटना में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी एवं विजय कुमार सिन्हा समेत अन्य लोगों ने भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान आज ही के दिन पटना सचिवालय के समीप तिरंगा फहराने का प्रयास करने वाले लोगों को भी श्रद्धांजलि अर्पित की।

भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान 11 अगस्त 1942 को ब्रिटिश सेना ने पटना सचिवालय के पास झंडा फहराने की कोशिश कर रहे सात लोगों की हत्या कर दी थी।

भाषा यासिर सिम्मी

सिम्मी

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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