नोएडा, 17 अगस्त (भाषा) ग्रेटर नोएडा स्थित एक निजी विश्वविद्यालय में इंजीनियरिंग के द्वितीय वर्ष के छात्र ने अपने छात्रावास के कमरे में फांसी लगाकर कथित तौर पर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी।
अपने सुसाइड नोट में, शिवम डे ने अपनी मौत के लिए किसी को ज़िम्मेदार नहीं ठहराया और विश्वविद्यालय से फीस उसके माता-पिता को वापस करने का अनुरोध किया।
पुलिस के एक प्रवक्ता ने बताया कि छात्र ने यह भी लिखा कि वह पढ़ाई का दबाव नहीं झेल पा रहा था।
बिहार के मधुबनी जिले के पूर्णिया निवासी शिवम ग्रेटर नोएडा स्थित शारदा विश्वविद्यालय से कंप्यूटर साइंस में बीटेक कर रहा था। पुलिस ने बताया कि वह शुक्रवार रात को अपने छात्रवास के कमरे में फंदे से लटका मिला।
परिवार के अनुसार, 24 वर्षीय छात्र परिवार के साथ वैष्णो देवी की यात्रा से लौटने के बाद दो अगस्त को कॉलेज गया था।
छात्र के पिता कार्तिक डे ने दावा किया कि जब वह घर पर था तो वह सामान्य था और उसमें किसी तरह के तनाव के लक्षण नहीं दिख रहे थे। शिवम अपने परिवार का इकलौता बेटा था, उसके पिता एक निजी कंपनी में काम करते हैं और मां गृहिणी हैं।
नॉलेज पार्क पुलिस ने बताया कि 15 अगस्त को एक निजी अस्पताल से सूचना मिली कि एचआरएम हॉस्टल में 24 वर्षीय छात्र फंदा पर लटका हुआ मिला था।
उन्होंने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और मामला दर्ज कर लिया गया है।
शारदा विश्वविद्यालय के एक प्रवक्ता ने कहा कि विश्वविद्यालय ने छात्र के परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की है और पुष्टि की है कि फीस वापस कर दी जाएगी और उन्हें सभी आवश्यक सहायता दी जाएगी।
उन्होंने बताया कि मई 2024 में चौथे सेमेस्टर की नियमित परीक्षाओं के बाद सीजीपीए तृतीय वर्ष में प्रमोशन के लिए आवश्यक 5.0 के मानदंड तक नहीं पहुंच पाया तथा अगस्त 2024 में विशेष परीक्षा का अतिरिक्त अवसर प्रदान किया गया।
प्रवक्ता ने बताया कि सत्र 2024-25 में शिवम ने स्वयं को पुन: पंजीकृत नहीं कराया और न ही किसी कक्षा में सम्मिलित हुआ।
उन्होंने बताया कि छात्र के मेंटर ने संपर्क बनाए रखा और इंटर्नशिप जैसी अन्य शैक्षणिक गतिविधियों में भी उसे सम्मिलित करने का प्रयास किया।
भाषा सं. नोमान
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