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Tuesday, 26 August, 2025
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असम कांग्रेस प्रमुख ने अवैध उत्खनन की स्वतंत्र जांच की मांग करते हुए प्रधानमंत्री को लिखा पत्र

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(फाइल फोटो के साथ)

गुवाहाटी, 22 अगस्त (भाषा) कांग्रेस की असम इकाई के अध्यक्ष गौरव गोगोई ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से राज्य के कार्बी आंगलोंग जिले के पनिमुरा रेंज में कथित अवैध उत्खनन की स्वतंत्र जांच का आदेश देने की अपील की।

प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में, लोकसभा के उपनेता गोगोई ने आरोप लगाया कि पनिमुरा में अवैध उत्खनन कार्य, कथित तौर पर वैध पर्यावरणीय मंजूरी के बिना किया जा रहा है, जिससे क्षेत्र के पारिस्थितिक संतुलन, स्थानीय समुदायों की सुरक्षा तथा कानूनी और नियामक ढांचे की शुचिता के लिए गंभीर खतरा पैदा हो गया है।

गोगोई ने कहा कि ऐसी खबर है कि खदान संचालकों को मूल रूप से 2017 से सात वर्षों के लिए तीन लाख घन मीटर पत्थर निकालने की अनुमति दी गई थी लेकिन स्थानीय निवासियों और प्रलेखित शिकायतों के अनुसार, इस अवधि के भीतर वास्तविक उत्खनन पहले ही 80 लाख घन मीटर से अधिक हो चुका है।

जोरहाट के कांग्रेस सांसद ने कहा, ‘‘यह एक आश्चर्यजनक आंकड़ा है जो कानूनी सीमाओं से कहीं ज्यादा है। इन कार्यकलापों से गंभीर वायु और ध्वनि प्रदूषण हुआ है, आस-पास के समुदायों को खतरा पैदा हुआ है और सरकारी खजाने को भारी आर्थिक नुकसान हुआ है।’’

गोगोई ने कहा कि जनवरी में, उन्होंने दीमा हसाओ जिले में एक अवैध कोयला खदान में नौ श्रमिकों की मौत के बाद प्रधानमंत्री को पत्र लिखा था और उन्हें बताया गया था कि एक जांच आयोग और एक विशेष जांच दल का गठन किया गया है।

उन्होंने कहा कि उन्हें बताया गया था कि 245 अवैध खदानों को सील कर दिया गया है, लेकिन उन कार्यवाहियों के परिणामों पर बहुत कम स्पष्टता है।

विपक्षी नेता ने मई 2025 में फिर से प्रधानमंत्री को पत्र लिखा था, जब प्रवर्तन निदेशालय की विज्ञप्ति में असम और मेघालय में चल रहे एक कोयला खनन और परिवहन सिंडिकेट का पर्दाफाश किया गया था।

गोगोई ने यह भी कहा कि कार्बी आंगलोंग में अवैध उत्खनन उसी सिंडिकेट का हिस्सा है जो पूरे राज्य में खनिज उत्खनन को नियंत्रित करता है।

कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘तरीके वही हैं: अत्यधिक उत्खनन, फर्जी रिकॉर्ड, संगठित ढुलाई और राजनीतिक संरक्षण।’’

उन्होंने कहा, ‘‘इस पृष्ठभूमि को देखते हुए, मैं भारत सरकार से अपील करता हूं कि वह पनिमुरा खदान परिचालन की स्वतंत्र जांच का आदेश दे, कोयला संबंधी पूर्व जांच की प्रगति की समीक्षा करे तथा सभी गैरकानूनी गतिविधियों को तत्काल निलंबित करे।’’

भाषा राजकुमार पवनेश

पवनेश

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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