ईटानगर, छह नवंबर (भाषा) अरुणाचल प्रदेश के ईस्ट सियांग जिले में सैनिक स्कूल के सातवीं कक्षा के 12 वर्षीय छात्र की मौत के मामले में नए आरोप सामने आए हैं। छात्र की बहन ने वरिष्ठ छात्रों पर आरोप लगाया कि उसकी मौत से पहले उसे बुरी तरह धमकाया और प्रताड़ित किया गया था।
सातवीं कक्षा का छात्र एक नवंबर को निगलोक स्थित स्कूल परिसर में मृत पाया गया था।
बुधवार को इंस्टाग्राम पर पोस्ट किए गए एक वीडियो में मृतक की बहन एवं ‘मिस अरुणाचल 2024’ ताडू लूनिया ने दावा किया कि परिवार को बताया गया था कि लड़के ने आत्महत्या कर ली है। हालांकि, उसने आरोप लगाया कि छात्रावास के साथियों ने परेशान करने वाला घटनाक्रम बताया है, जिसके कारण शायद उसने यह कदम उठाया होगा।
लूनिया के अनुसार, परिवार को साथी कैडेटों से पता चला कि 31 अक्टूबर की रात को 10वीं कक्षा के आठ छात्रों और आठवीं कक्षा के तीन छात्रों का एक समूह कथित तौर पर किसी भी पर्यवेक्षक अधिकारी की अनुपस्थिति में रात 11 बजे के बाद सातवीं कक्षा के छात्रावास में घुस गया।
ऐसा बताया गया है कि वरिष्ठ छात्रों ने अपने जूनियर छात्रों को सिर कंबल से ढकने के लिए मजबूर किया और उसके भाई को पकड़कर 10वीं कक्षा के छात्रावास में ले गए।
लूनिया ने कहा, ‘‘किसी को नहीं पता कि बंद दरवाजे के पीछे क्या हुआ।’’ उन्होंने दावा किया कि प्रत्यक्षदर्शियों ने परिवार को बताया कि लड़के को पूरी रात मानसिक और शारीरिक रूप से परेशान किया गया।
उन्होंने आरोप लगाया कि एक गुमशुदा किताब के कारण उसके भाई को ‘‘चोर’’ करार दिया गया और वीडियो रिकॉर्डिंग के माध्यम से असेंबली के दौरान सार्वजनिक रूप से अपमानित करने की धमकी दी गई।
लूनिया ने कहा, ‘‘उसके आखिरी शब्द थे कि ‘वरिष्ठ छात्रों ने मुझे बहुत प्रताड़ित किया और मुझे नहीं पता कि अब मैं क्या करूंगा।’’
उन्होंने इस बात पर दुख व्यक्त किया कि उनकी पहचान का इस्तेमाल उनके भाई के खिलाफ किया गया। उन्होंने कहा, ‘‘मैंने कभी नहीं सोचा था कि मेरा नाम उसके जीवन के अंतिम घंटों में बोझ बन जाएगा।’’
शोकाकुल बहन ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट में देरी पर भी चिंता जताई तथा जांच में धीमी प्रगति का आरोप लगाया।
इस बीच, अरुणाचल प्रदेश पुलिस ने कहा कि मामले के संबंध में आठ छात्रों को हिरासत में लिया गया है और मंगलवार को पासीघाट में किशोर न्याय बोर्ड (जेजेबी) के समक्ष पेश किया गया।
प्रधान मजिस्ट्रेट के नेतृत्व में बोर्ड ने उन्हें सात दिनों के लिए स्कूल के उप प्रधानाचार्य की हिरासत में भेज दिया तथा अभिभावकों को किशोर न्याय नियमावली के तहत शपथपत्र देने के लिए कहा है।
भाषा
गोला मनीषा
मनीषा
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