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Sunday, 17 November, 2024
होमदेश'हमको पिंजरों में नहीं रहना' दोस्त आरिफ को देख 5 मिनट तक सारस पंख फैलाए खुशी से उछलता रहा

‘हमको पिंजरों में नहीं रहना’ दोस्त आरिफ को देख 5 मिनट तक सारस पंख फैलाए खुशी से उछलता रहा

सारस और आरिफ के मुलाकात की एक वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही हैं, जिसमे देखा जा सकता है कि आरिफ को देखते ही सारस खुशी से उछलने लगता है.

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नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के वन अधिकारियों द्वारा अचानक सारस पक्षी को ले जाने के लगभग तीन हफ्तों बाद आरिफ ने अपने सारस दोस्त से मुलाकात की, जो कानपुर के चिड़ियाघर में बंद है. सारस और आरिफ के मुलाकात का एक वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है, जिसमें देखा जा सकता है कि आरिफ को देखते ही सारस खुशी से उछलने लगा और अपने पिंजरे से बहार आने की पूरी कोशिश करने लगा. इसे देखते ही आरिफ की आंखों में आंसू आ गए

आरिफ ने जबसे घायल सारस का इलाज करके उसकी जान बचाई है तब से उनकी दोस्ती सुर्खियों में बनी हुई है. वीडियो में देखा जा सकता है कि सारस से मिलकर जितना खुश आरिफ हो रहा है उससे कहीं ज्यादा खुश सारस नज़र आ रहा है. वह उछल उछल कर आरिफ के पास आने एवं पिंजरे से लगातार बाहर आने की कोशिश करता दिख रहा है.

कानपुर के एलन फ़ॉरेस्ट ज़ू में दोनों की यह मुलाकात लगभग पांच मिनट तक चली.

आरिफ ने दिप्रिंट को बताया कि जैसे ही मैंने कहा ‘कैसे हो’ वह खुशी से उछलने लगा. उसका रिएक्शन बिलकुल वैसा ही था जब मैं चार-पांच घंटे के बाद घर आता था.

अखिलेश यादव ने सोमवार को आरिफ से मुलाकात की जिसकी एक तस्वीर उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल पर भी शेयर किया. उन्होंने ट्वीट किया, “हुक्मरानों से है, परिंदों का बस यही कहना. आज़ाद कर दो, हमको पिंजरों में नहीं रहना.”

आरिफ और सारस का ये रिश्ता धीरे धीरे ऐसा बन गया की दोनों साथ ही घूमने लगे. एक वीडियो में, आरिफ को अपनी मोटरसाइकिल पर घूमते हुए देखा जा सकता है, जहां सारस उसके पीछे पीछे उड़ता जा रहा है.

दोनों की दोस्ती इतनी गहरी हो गयी थी की आरिफ के कहीं चले जाने पर सारस उसका इंतज़ार करता था और आरिफ के वापस आने पर खुश हो जाता था और उसके साथ खेलता था.

File photo of UP farmer Md Arif and the sarus he rescued | By special arrangement
यूपी के किसान मोहम्मद आरिफ और उनके द्वारा बचाए गए सारस की फाइल फोटो | विशेष व्यवस्था से

मिलने की अनुमति नहीं

बता दें कि इससे पहले 28 मार्च को समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव और अमेठी के आरिफ खान ने कानपुर चिड़ियाघर में पक्षी को देखने की अनुमति नहीं दी गई थी क्योंकि उस वक्त सारस को क्वारंटाइन में रखा गया था.

वन विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि पक्षी 15 दिनों के क्वारंटाइन में है और डॉक्टरों की एक टीम उसके स्वास्थ्य पर कड़ी नजर रख रही है इसलिए उससे किसी को मिलने नहीं दिया जा रहा है.

आरिफ के गांव में उन्हें सारस घायल स्तिथि में मिला था जिसका पैर टूट हुआ था. जिसके बाद आरिफ ने सारस की देखभाल की, घर पर उसका इलाज भी किया. सभी को लगने लगा था की ठीक होने के बाद सारस वापस जंगल की तरफ उड़ जायेगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ सारस आरिफ के साथ ही रहने लगा.

वन विभाग के अधिकारियों ने आरिफ के खिलाफ वन्यजीव संरक्षण अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया था और उसे नोटिस जारी कर पेश होने और बयान दर्ज करने के लिए कहा था. 2 अप्रैल को यूपी वन विभाग द्वारा उन्हें पूछताछ के लिए भी बुलाया गया था.

(अंतरा बरुआ के इनपुट के साथ)


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