मांड्या (कर्नाटक), 14 सितंबर (भाषा) सांप्रदायिक सद्भाव का प्रदर्शन करते हुए मांड्या के कृष्णराजा पीट कस्बे में हिंदू महिलाओं ने एक गर्भवती मुस्लिम महिला के लिए ‘सीमांत संस्कार’ अनुष्ठान किया।
सीमांत संस्कार, एक पारंपरिक हिंदू गोद भराई समारोह है जिसमें गर्भवती मां और अजन्मे बच्चे को आशीर्वाद दिया जाता है। इस रस्म को उत्तर भारत में ‘गोद भराई’ भी कहा जाता है।
यह पहल ऐसे वक्त हुई है जब गणेश विसर्जन जुलूस के दौरान मांड्या जिले के मद्दुर शहर और राज्य के कुछ अन्य हिस्सों में सांप्रदायिक संघर्ष देखने को मिला था।
यह समारोह शनिवार को शहर की ग्रेजुएट्स क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसायटी की वार्षिक बैठक के दौरान आयोजित किया गया।
हिंदू महिलाओं ने सोसायटी की कर्मचारी नगमा भानु के लिए हिंदू रीति-रिवाजों के अनुसार ‘सीमांत समारोह’ संपन्न कराया।
सांप्रदायिक एकता और आपसी सम्मान के प्रतीक के रूप में इस कदम की जनता ने व्यापक रूप से सराहना की है।
भाषा नोमान नरेश
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