हाथरस/फिरोजाबाद, 30 जनव़री (भाषा) भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पर आतंकवाद का साथ देने का आरोप लगाते हुए रविवार को कहा कि ऐसे लोगों के हाथ में उत्तर प्रदेश सुरक्षित नहीं रह सकता।
नड्डा ने हाथरस में चुनाव प्रचार कार्यक्रम के दौरान समाजवादी पार्टी (सपा)मुखिया अखिलेश पर निशाना साधते हुए कहा, ‘सबसे दुखद बात यह है कि अखिलेश जी ने आतंकवाद का साथ दिया। वर्ष 2010 में रामपुर में सीआरपीएफ के एक शिविर पर आतंकवादियों का हमला हुआ था। उसमें सात जवान मारे गए थे। इस मामले में लश्कर-ए-तैयबा के कमांडर शहाबुद्दीन समेत सात लोग पकड़े गए थे।’’ नड्डा ने कहा कि अखिलेश ने मुख्यमंत्री बनने के बाद इन सातों के मुकदमे वापस ले लिए थे, लेकिन इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने मुख्यमंत्री के आदेश को निरस्त किया। इसक बाद सातों पर मुकदमा चला और उनमें से चार को सजा-ए-मौत हुई और तीन को आजीवन कारावास की सजा मिली।
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि मुख्यमंत्री तो ईश्वर की शपथ लेते हैं कि वह भारत के संविधान को निभाएंगे। इसके बाद उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि आप ही बताइए कि क्या ऐसे लोगों के हाथ में प्रदेश सुरक्षित है? क्या आप ऐसे लोगों को उत्तर प्रदेश की चाबी देंगे?’
नड्डा ने अखिलेश की जिन्ना वाली टिप्पणी का जिक्र करते हुए कहा कि उन्हें इस देश के नहीं, बल्कि देश के बाहर के नेता भाते हैं। जिन्होंने देश के विभाजन के लिए अपना सब कुछ लगा दिया, वह इनकी जुबान पर आते हैं। नड्डा ने कहा कि जिस तरह सिर्फ एक दाने से बोरी में रखे चावल की किस्म का पता लग जाता है, उसी तरह एक घटना से किसी नेता की नीयत का पता चल जाता है। उन्होंने मतदाताओं से कहा कि आने वाले 15-20 दिनों में उन्हें अपने पांच साल का भविष्य तय करना होगा। नेता आकर तमाम तरह के वादे करेंगे लेकिन किसी को चुनने का आधार यह नहीं होना चाहिए कि वह भविष्य में क्या करेगा, बल्कि यह होना चाहिए कि उसने अतीत में क्या किया है।
भाजपा अध्यक्ष ने सपा को निशाने पर रखते हुए कहा कि जिस वक्त भाजपा सरकार संसद में अनुच्छेद 370 को धराशाई कर रही थी, उस वक्त उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री (अखिलेश यादव) और उनकी पार्टी संसद में क्या कर रही थी। इसी तरह जब तीन तलाक की व्यवस्था को समाप्त किया जा रहा था, उस वक्त भी यह पार्टी विरोध कर रही थी।
उन्होंने कहा कि तत्कालीन सपा सरकार ने कारसेवकों पर गोलियां चलाई थी, लेकिन आजकल ‘नेता जी’ मंदिर में घंटी बजा रहे हैं, लेकिन अब घंटी बजाने से काम नहीं चलेगा। अब पछताए होत क्या जब चिड़िया चुग गई खेत।
इससे पहले, फिरोजाबाद के शिकोहाबाद में नड्डा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘मन की बात’ कार्यक्रम का प्रसारण सुना और दावा किया कि मोदी देश की आम जनता से सीधा संवाद करने वाले पहले प्रधानमंत्री हैं। इसके बाद नड्डा शिकोहाबाद विधानसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी पूर्व विधायक ओम प्रकाश वर्मा के समर्थन में बड़ा बाजार में जनसंपर्क करने निकले। इस दौरान दो मुस्लिम महिलाओं ने भी नड्डा की आरती उतार कर उनका स्वागत किया, जो चर्चा का विषय बना रहा।
इस मौके पर नड्डा के साथ केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल एवं राज्यसभा सदस्य अनिल जैन भी मौजूद थे। नड्डा ने मतदाताओं में पम्फलेट तथा अन्य प्रचार सामग्री वितरित की। घर-घर चुनाव प्रचार के दौरान कुछ लोगों ने घरों की छतों से उन पर पुष्प वर्षा भी की। किन्नर समाज ने भी उनका स्वागत किया।
भाषा सं सलीम
संतोष
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