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Sunday, 17 November, 2024
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चुनावी तारीखों का ऐलान- योगी-मोदी समेत नेताओं के हटाने शुरू किए पोस्टर-बैनर्स, पार्टियों ने किए जीत के दावे

वहीं नेताओं ने चुनाव की तारीखों की घोषणा का स्वागत किया है. अखिलेश ने ट्वीट किया है कि, '10 मार्च को इंकलाब होगा, उत्तर प्रदेश में बदलाव होगा 

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नई दिल्ली: पांच राज्यों के चुनावों तिथियों के घोषित होते ही लखनऊ नगर निगम आचार संहिता को लेकर सक्रिय हो गया है. निगम शहर में योगी मोदी समेत नेताओं के लगे पोस्टरों, बैनरों को हटाना शुरू कर दिया है.

शनिवार को चुनाव आयोग ने पांच राज्यों को विधानसभा चुनावों की तिथियों का ऐलान कर दिया. आयोग ने इन चुनावों को 7 चरणों में कराने का फैसला किया है जो कि 10 फरवरी से लेकर 7 मार्च तक सम्पन्न किए जाएंगे और नतीजे 10 मार्च को आएंगे.

नेताओं ने चुनावी तिथियों के ऐलान का किया स्वागत

वहीं नेताओं ने चुनाव की तारीखों के ऐलान का स्वागत किया है. अखिलेश ने ट्वीट किया है कि, ’10 मार्च को इंकलाब होगा, उत्तर प्रदेश में बदलाव होगा

सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा है कि उत्तर प्रदेश में लोग भाजपा सरकार को विदाई देने के लिए तैयार हैं. ये तिथियां राज्य में एक बड़े बदलाव का प्रतीक होंगी. समाजवादी पार्टी नियमों का पालन करेगी, लेकिन चुनाव आयोग को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि सत्तारूढ़ दल इन दिशानिर्देशों का पालन करे.

वहीं प्रियंका ने ट्वीट किया है, ’10 मार्च को उप्र के नौजवानों, किसानों, महिलाओं, श्रमिकों, व्यापारियों एवं आमजनों की जीत का मार्च होगा. इन चुनावों में कांग्रेस पार्टी नौजवानों, किसानों, महिलाओं, श्रमिकों, व्यापारियों एवं आमजनों के हकों की लड़ाई लड़ेगी. लड़ेगा बढ़ेगा जीतेगा यूपी.’

यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा कि हम चुनाव आयोग द्वारा जारी किए जाने वाले सभी दिशा-निर्देशों का पालन करेंगे. हम बेहतर तरीके से चुनाव लड़ेंगे. हमें 2022 के विधानसभा चुनाव में सरकार बनाने की पूरी उम्मीद है.

यूपी के बीजेपी सरकार के मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा, ‘हम चुनाव आयोग द्वारा तारीखों की घोषणा का स्वागत करते हैं, उत्तर प्रदेश में बीजेपी 300 से ज्यादा सीटों के साथ सत्ता में वापसी करेगी. हम चुनाव आयोग द्वारा निर्धारित दिशानिर्देशों का पालन करेंगे. 60% सीटें बीजेपी को जा रही हैं, बाकी अन्य दल, 40% सीटें बांटने के बारे में सोच सकती हैं.

पोस्टरों को उतरने में लगी लखनऊ नगर निगम की एक क्रेन | फोटो- ANI

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सात चरणों में होंगे चुनाव

सभी पांचों राज्यों के लिए विधानसभा चुनाव सात चरणों 10 फरवरी से लेकर 7 मार्च के बीच में होंगे. उत्तर प्रदेश में 10 फरवरी से लेकर 7 मार्च के बीच सात चरणों में चुनाव को कंप्लीट किया जाएगा. वहीं पंजाब, उत्तराखंड और गोवा में 14 फरवरी को एक चरण में जबकि मणिपुर में 27 फरवरी और 3 मार्च को दो चरणों में वोटिंग की प्रक्रिया पूरी की जाएगी.

10 फरवरी को यूपी के पहले चरण का मतदान होगा. 14 फरवरी को यूपी के दूसरे चरण और पंजाब, गोवा व उत्तराखंड के पहले चरण का चुनाव होगा. इसके बाद 20 फरवरी को यूपी के तीसरे चरण का चुनाव और 23 फरवरी को चौथे चरण का चुनाव होगा. पांचवें चरण का चुनाव 27 फरवरी को होगा जिसमें यूपी के पांचवे चरण और मणिपुर के पहले चरण का मतदान होगा. छठें चरण में 3 मार्च को यूपी के छठें चरण और मणिपुर के दूसरे चरण का मतदान होगा. 7 मार्च को सातवें चरण के दौरान यूपी के सातवें चरण का मतदान होगा.

10 मार्च को होगी मतगणना

7 मार्च को वोटिंग की प्रक्रिया पूरी होने के बाद, सभी राज्यों के लिए मतगणना 10 मार्च को की जाएगी और इसी दिन रिजल्ट की घोषणा की जाएगी.

15 जनवरी तक नहीं होगा कोई रैली

मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि 15 जनवरी तक कोई भी राजनीतिक पार्टी किसी तरह की फिजिकल रैली नहीं कर सकेगी. चुनाव आयोग परिस्थितियों की जांच करके आगे का निर्देश जारी करेगा. इस दौरान यानी कि 15 जनवरी तक किसी भी तरह का रोड शो, पदयात्रा, साइकिल या बाइक रैली वगैरह नहीं किया जा सकेगा. इस बारे में भी निर्देश जारी किए जाएंगे.

पार्टियों ने अपनी-अपनी जीत के दावे किए

चुनाव आयोग द्वारा शनिवार को उत्तर प्रदेश में सात चरणों में विधानसभा चुनाव की घोषणा करने के बाद राजनीतिक दलों ने उसके इस फैसले का स्वागत करते हुए अपनी-अपनी जीत के दावे किये एवं सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधना शुरू कर दिया है.

जहां उत्‍तर प्रदेश के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने प्रचंड बहुमत से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार बनाने का दावा किया है वहीं राज्‍य की मुख्‍य विपक्षी समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रमुख अखिलेश यादव ने दावा किया है कि 10 मार्च को भाजपा का साफ होना तय है. बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की प्रमुख मायावती ने चुनाव की तारीख घोषित होने का स्वागत करते हुए सत्ताधारी पार्टी के हथकंडों पर आयोग से नजर रखने की अपील की है.

उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद योगी आदित्‍यनाथ ने ट्वीट किया, ‘लोकतंत्र के महापर्व में प्रदेश के चुनाव की तिथियों की घोषणा का स्‍वागत. भारतीय जनता पार्टी डबल इंजन की सरकार की उपलब्धियों के आधार पर जनता जनार्दन के आशीर्वाद से प्रचंड बहुमत की सरकार बनाने में सफल होगी.’

समाजवादी पार्टी ने पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव के हवाले से चुनाव की तारीख घोषित होने के बाद उनकी पहली प्रतिक्रिया देने का दावा किया है. सपा ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से शनिवार को ट्वीट किया ‘किसानों के हित के लिए कोई फैसला नहीं लिया, इसलिए 10 मार्च को भाजपा का साफ होना तय है. 10 तारीख के बाद सपा ने जो संकल्प लिया है, यहां के लोगों को 300 यूनिट बिजली के लिए कोई बिल नहीं आएगा, बिल शून्य होगा.’ इसी ट्वीट में पार्टी ने आगे कहा है कि चुनाव के ऐलान होने के बाद माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष जी की पहली प्रतिक्रिया.

यादव ने मीडिया से कहा ‘ ये तारीखें बदलाव की हैं. शुरुआत 10 फरवरी से हो रही है और 10 मार्च तक परिणाम आएगा. चुनाव आयोग द्वारा रखी गई शर्तों का पालन किया जाएगा.दस मार्च के बाद भाजपा का साफ होना तय है.’’

पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने शनिवार को ट्वीट किया ‘उत्तर प्रदेश सहित पांच राज्यों में विधानसभा आम चुनाव हेतु भारत निर्वाचन आयोग द्वारा आज तिथि की घोषणा का स्वागत. आशा ही नहीं बल्कि पूर्ण विश्वास है कि आयोग यह चुनाव स्वतंत्र, निष्पक्ष, सुचारू व शांतिपूर्वक कराने की अपनी जिम्मेदारी को जन आकांक्षाओं के अनुरूप पूरी मुस्तैदी से जरूर निभाएगा.’ बसपा प्रमुख ने लिखा,’खासकर सत्ताधारी पार्टी द्वारा हर चुनाव में नए-नए हथकंडे अपनाकर आदर्श चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन करने की प्रवृति घातक रूप से आम होती जा रही है, जिसपर इस चुनाव में पूरी गंभीरता से ध्यान देने एवं तत्परता के साथ उसके विरुद्ध कार्रवाई करने की चुनाव आयोग से खास अपील.’

उन्होंने अपने सिलसिलेवार ट्वीट में कहा ‘चुनाव लोकतंत्र का त्योहार है जिसके प्रति खासकर ग़रीब, मजदूर एवं मेहनतकश लोग अति-उत्साहित रहते हैं, उनकी भावना एवं अधिकारों की विशेषकर वोटिंग वाले दिन हर प्रकार से रक्षा जरूर हो. नागरिकों के मताधिकार की रक्षा उनके मूलभूत अधिकार की तरह संविधान के मंशा के अनुरूप हो तो बेहतर.’

मायावती ने कहा कि बसपा के सभी पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं एवं उम्मीदवारों आदि को भी सख्त निर्देश है कि वे पार्टी अनुशासन के साथ-साथ आज से ही लागू आदर्श चुनाव आचार संहिता का कड़ाई के साथ अनुपालन करें.

पोस्टर को उतारते लखनऊ नगर निगम के कर्मचारी.

उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश में विधानसभा की 403 सीटें हैं और आयोग ने यहां सात चरणों में मतदान कराने की घोषणा की है जिसकी शुरुआत दस फरवरी से होगी और मतगणना 10 मार्च को होगी. वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में राज्‍य में भाजपा ने 312 और उसके सहयोगियों ने 13 सीटें जीती थीं जबकि सपा को 47, बहुजन समाज पार्टी को 19 और कांग्रेस को सात सीटों पर जीत मिली थीं. भाजपा की सहयोगी अपना दल (एस) को नौ तथा सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) को चार सीटों पर जीत मिली. राष्‍ट्रीय लोकदल और निषाद पार्टी का भी एक-एक सीट पर खाता खोला था. बाकी निर्दलीय भी जीते थे.


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