ठाणे: महाराष्ट्र के भिवंडी में तीन मंजिला इमारत ढहने में मरने वालों की संख्या बुधवार को बढ़कर 39 हो गई. पुलिस ने बताया कि मृतकों में 18 बच्चे भी शामिल हैं, जिनकी उम्र दो से लेकर 15 वर्ष के बीच है.
अधिकारी ने बताया कि अभी तक 25 लोगों को मलबे से जिंदा बाहर निकाला गया है. इन लोगों को भिवंडी और ठाणे के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है.
अधिकारी ने बताया कि भारी बारिश के बावजूद भी खोज अभियान रातभर जारी रहा.
उन्होंने बताया कि मलबे से निकाले गए शव क्षत विक्षत हैं, क्योंकि वे 50 घंटे से अधिक समय से दबे थे.
अधिकारी ने बताया कि 43 वर्ष पुरानी ‘जिलानी बिल्डिंग’ सोमवार तड़के तीन बजकर 40 मिनट पर ढह गई थी. इमारत में 40 फ्लैट थे और करीब 150 लोग यहां रहते थे.
भिवंडी, ठाणे से करीब 10 किलोमीटर दूर स्थित है.
उन्होंने बताया कि इमारत गिरने के मामले में नगर निकाय के दो अधिकारियों को निलंबित किया गया है और इमारत के मालिक के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.
धमनकर नाका के पास नारपोली में ‘पटेल कम्पाउंड’ स्थित इमारत जब ढही, उस समय उसमें रहने वाले लोग सो रहे थे.
उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और ठाणे आपदा मोचन बल (टीडीआरएफ) के कर्मी मौके पर मौजूद हैं और तलाश अभियान जारी है.
अधिकारी ने बताया कि यह इमारत भिवंडी-निजामपुर नगर निगम की जीर्ण-शीर्ण इमारतों की सूची में शामिल नहीं थी.
महाराष्ट्र में ठाणे जिले के भिवंडी में तीन मंजिला इमारत के ढहने के कुछ घंटों बाद समीप के दो भवनों को भिवंडी निजामपुर नगर निगम ने सोमवार रात खाली करवा दिया
स्थानीय नगर वार्ड के कार्यालय अधीक्षक लक्ष्मण कोंकणी ने कहा, ‘ दोनों भवनों को सोमवार रात खाली करा दिया गया. इनमें भूतल और उसके ऊपर तीन मंजिल थी. यहां 13 परिवार यानी करीब 25-30 लोग किराये पर रहते थे.’
उन्होंने कहा कि इन दोनों भवनों की बिजली की आपूर्ति पहले ही बंद कर दी गयी थी. उन्होंने कहा इन भवनों को ढहाया जाए या नहीं, इस पर बाद में निर्णय लिया जाएगा.
यह भी पढ़ें: भिवंडी में इमारत गिरने से आठ व्यक्तियों की मौत, 20 अन्य के मलबे में फंसे होने की आशंका