scorecardresearch
Saturday, 15 June, 2024
होमहेल्थ'शरीर में चकत्ते और दाने' स्किन स्पेशलिस्ट बोले- वैक्सीनेशन के बाद कुछ लोगों में नजर आई स्किन प्रॉब्लम

‘शरीर में चकत्ते और दाने’ स्किन स्पेशलिस्ट बोले- वैक्सीनेशन के बाद कुछ लोगों में नजर आई स्किन प्रॉब्लम

हालांकि ऐसे मामले बहुत कम हैं और इससे यह निष्कर्ष नहीं निकाला जा सकता कि टीका लगाने और त्वचा संबंधी समस्याएं होने में कोई सीधा संबंध है.

Text Size:

नई दिल्ली: कुछ लोगों में कोविड टीकाकरण के बाद त्वचा पर दानों और चकत्ते से लेकर अन्य समस्याएं सामने आ रही हैं. हालांकि त्वचा रोग विशेषज्ञों के अनुसार इस तरह के मामलों की संख्या बहुत कम है.

डॉक्टरों के अनुसार कोरोनावायरस रोधी टीका लगाने के बाद बुखार, शरीर में दर्द और कमजोरी जैसे लक्षण आम हैं लेकिन कुछ लोगों ने त्वचा संबंधी दिक्कतों की भी शिकायत की है.

दिल्ली के कुछ प्रमुख अस्पतालों के त्वचा रोग विशेषज्ञों के अनुसार टीकाकरण के बाद कुछ लोग शुरुआती दिनों से लेकर अगले कुछ सप्ताह तक अस्पतालों में ऐसी विभिन्न समस्याओं के साथ आये हैं.

हालांकि दिल्ली और मुंबई के त्वचा रोग विशेषज्ञों का कहना है कि अभी तक ऐसे बहुत कम मामले आये हैं और टीकाकरण के बाद लोगों में कोई बड़ी समस्या देखी नहीं गयी है इसलिए उन्हें टीका लगवाने से हिचकना नहीं चाहिए.

दिल्ली के वसंत कुंज स्थित फोर्टिस अस्पताल की डॉ निधि रोहतगी ने कहा कि कोविड-19 होने के बाद कई लोगों में त्वचा संबंधी जटिलताएं देखने को मिली हैं लेकिन टीकाकरण के बाद भी इस तरह की समस्याओं के मामले नगण्य हैं.

अच्छी पत्रकारिता मायने रखती है, संकटकाल में तो और भी अधिक

दिप्रिंट आपके लिए ले कर आता है कहानियां जो आपको पढ़नी चाहिए, वो भी वहां से जहां वे हो रही हैं

हम इसे तभी जारी रख सकते हैं अगर आप हमारी रिपोर्टिंग, लेखन और तस्वीरों के लिए हमारा सहयोग करें.

अभी सब्सक्राइब करें

मुंबई की त्वचा रोग विशेषज्ञ डॉ सोनाली कोहली ने कहा, ‘मेरे सामने त्वचा संबंधी समस्याओं और बाल गिरने की समस्या के कुछ मामले आये हैं, लेकिन ऐसा सामान्य तौर पर टीकाकरण के दो से तीन सप्ताह बाद होता है.’

उन्होंने हालांकि बताया कि ऐसे मामले बहुत कम हैं और इससे यह निष्कर्ष नहीं निकाला जा सकता कि टीका लगाने और त्वचा संबंधी समस्याएं होने में कोई सीधा संबंध है.


यह भी पढ़ें: IIT का अनुमान, सितंबर-अक्टूबर में होगा कोविड की तीसरी लहर का पीक, आ सकते हैं रोज़ाना 2-5 लाख मामले


 

share & View comments