2 मार्च के एक परिपत्र में, विभाग ने कहा कि ज्यादातर युवा कर्मचारियों अनौपचारिक कपड़ों में काम करने आते हैं और यह प्रवृत्ति ‘स्वीकार्य नहीं थी’।
नई दिल्ली: आयकर (आई-टी) विभाग ने यह कहते हुए कर्मचारियों को कार्यालय में अनौपचारिक कपड़े न पहनने की चेतावनी दी है, कि ऐसे कपड़े कार्यालय के “शालीन माहौल को खराब करते हैं”।
2 मार्च 2018 के एक परिपत्र में, विभाग ने कहा कि ज्यादातर युवा कर्मचारियों द्वारा अनौपचारिक कपड़ों में काम करने की सूचना मिली थी और यह प्रवृत्ति ‘स्वीकार्य नहीं थी’।
आदेश में कहा गया है, “आयकर विभाग कार्यस्थल में अच्छा वातावरण, उच्च आचरण एवं शिष्टाचार बनाए रखने का प्रयास करता है जो अच्छी तरह से काम कर रहा है।”
आदेश में आगे कहा गया है कि यदि कोई भी कर्मचारी आदेश का पालन नहीं करता तो उसे कार्यालय परिसर छोड़ने या अपने कपड़े बदलने के लिए कहा जा सकता है।
“अपवाद”
यह आदेश दुनिया भर में कार्यालय ड्रेस कोड पर नियोक्ताओं की राय में बदलाव के बीच आया है, जहाँ कई कंपनियों ने औपचारिक परिधान पहनना अनिवार्य नहीं समझा है।
सॉफ्टवेयर कंपनियों में प्रमुख इंफोसिस ने ‘अनौपचारिक शुक्रवार’ से आगे निकलते हुए 2015 में अपने औपचारिक ड्रेस कोड को हटा दिया। इकोनॉमिक टाइम्स के मुताबिक, कंपनी के पूर्व सीईओ विशाल सिक्का ने अपने कर्मचारियों के साथ बेहतर तरीके से जुड़ने के लिए इसकी शुरुआत की थी।
कंपनी ने मई 2015 में अपने कर्मचारियों को एक मेल में कहा था, “सोमवार, 1 जून से, आप अपने स्मार्ट बिजनेस अनौपचारिक परिधान (कैजुअल्स) का पूरे सप्ताह तक आनंद ले सकते हैं! यह एक ऐसा बदलाव था, जिसके लिए आप लोगों में से कई ने आवाज उठाई थी और विभिन्न स्तरों पर अनुरोध किया था, इसलिए हम वास्तव में उत्साहित हैं कि अब यह आधिकारिक हो गया है!” इन्फोसिस ने बताया कि वह आश्वस्त थे कि कर्मचारी ऑफिस में क्या पहनावा होना चाहिए और क्या नहीं का सही निर्णय करेंगे।
बैंकिंग दिग्गज जेपी मॉर्गन चेस एंड कंपनी ने वर्ष 2016 में अपने कर्मचारियों के लिए वैकल्पिक बिजनेस-कैजुअल ड्रेस कोड बनाने की घोषणा की। जबकि भारत में, बजाज आलियांज जनरल इंश्योरेंस कंपनी ऐसी फर्मों में से एक है जो कर्मचारियों के लिए साधारण पोशाक नीति के पक्ष में है।
द लॉस एंजिल्स टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, श्रमबल में युवाओं की बढती हिस्सेदारी से ही यह परिवर्तन हुआ है। रिपोर्ट में आगे कहा गया है “अभी आपके सामने एक उच्च प्रतिस्पर्धी रोजगार बाजार है, और लोगों को आकर्षित करने के बारे में कंपनियाँ और अधिक रचनात्मक हो रही हैं,” सतत ही “एक तरीका केवल अच्छा मुआवजा देना है और साथ ही अन्य भत्ते लेकिन आजकल पहनावे के रूप में कर्मचारियों को छूट देना उन्हें किसी भत्ते से कम नहीं लगता।”
सबसे बड़ी भूमिका जबकि सिलिकान वैली और टेक बूम द्वारा निभाई गई थी, जिनके सहभागियों ने “नियोजन और कार्यान्वयन के बीच के समय और दक्षता को कम करने” पर जोर दिया था।
रिपोर्ट में कहा गया है, “कार्यालयों में चलायी जा रही पोशाकें केवल दिखावे के लिए हैं और इससे कार्य करने की गति प्रभावित होती है जबकि सिलिकॉन वैली अपनी तेज और दक्ष कार्यप्रणाली के लिए जानी जाती है”।