जब आलिया भट्ट ने पिछले महीन बेटी को जन्म दिया तो ग्रामीण हरियाणा से उन्हें कई सलाह दी गईं. इंस्टाग्राम इन्फ्लुएंसर राखी लोहचब ने नीतू सिंह को पूरे हरियाणवी अंदाज में गीत गवाने की सलाह दी, साथ ही पूरे मुंबई को न्योता देने का मशवरा भी दिया. उन्होंने गीतों में ओरियो बिस्कुट के पैकेट बांटने को भी कहा क्योंकि ऐसा ही वो हरियाणा में करते हैं.
आलिया भट्ट की सास नीतू ने तो इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी लेकिन ये रील हजारों हरियाणवी लोगों को पसंद आई.
राखी लोहचब अपने काम से हरियाणवियों को कूल बनाने का काम कर रही हैं. इससे पैसा भी कमा रही हैं. हरियाणा को मेन स्ट्रीम तक लाने का यह काम साल 2009 में आई फिल्म देव डी से शुरू हुआ था फिर तनु वेड्स मनु रिटर्न्स, दंगल, जैसी फिल्मों के जरिए हरियाणा के कल्चर पंजाबी कल्चर को टक्कर देते हुए अपनी एक पहचान बना ली.
जब चक दे इंडिया (2007) में हरियाणवी महिला एथलीट ने अपने ‘भैंस की आंख’ जैसा डॉयलोग बोला और उधम सिंह ने 1990 के दशक में अपनी बांस की छड़ी के साथ चैनल वी पर प्रदर्शन किया, तो इसने लाखों भारतीयों को हरियाणवी गायन-गीत बोली से प्यार करने पर मजबूर कर दिया.
राखी लोहचब इसी तरह का कंटेंट बनाती हैं- देसी कपल के वीडियो जिसमें कपल डेट पर जाता है और लड़की घेवर खाने की जिद्द करती है. फिर इसकी तुलना दूसरे कपल से भी करती है जो कॉफी पीने बड़े कॉफी हाउसेज में जाते हैं.
इसके अलावा गली की उस आंटी का किरदार जो गली में होने वाली लड़ाइयों को सुनने के लिए हमेशा उत्सुक रहती हैं.
बहुत लंबे समय से हरियाणवी लहजे पर लोग हंसते थे और इसे बहुत ज्यादा देसी समझा जाता था. लेकिन अब बहुत से इन्फ्लुएंसर्स को देखते हुए चीजे बदल रही हैं.
राखी कहती हैं, ‘हमने हरियाणवी को कूल बनाया है, मैं बिल्कुल इसका क्रेडिट लेती हूं और गर्व महसूस करती हूं.’
एमटीवी रोडीज़ से लेकर यूट्यूब और इंस्टाग्राम तक, राखी लोहचब की यात्रा हरियाणवी कल्चर और ट्रेजडी को कॉमेडी या फिर कहें ट्रॉमेडी में बदलने की कला है.
वो खुलकर बताती हैं कि उनके पिता उनकी मां को पीटा करते थे, अपने लंबे रिलेशनशिप के बारे में भी उन्होंने बात की है. इसी के बाद एमटीवी पर नेहा धुपिया ने उन्हें धाकड़ गर्ल का नाम दिया था.
राखी अपने रोडीज के ऑडिशन में एकदम निडर होकर कैमरे में आंखे डालकर कहती हैं, ‘मेरे पिता मेरी मां को पीटा करते थे और उनके बाहर अफेयर भी थे. मैं ये सब सोने से पहले सुनती थी. एक दिन मैंने अपनी मां के लिए स्टैंड लिया.’
लेकिन उनका ऑनलाइन कंटेट उनके कठिन अनुभवों के बारे में नहीं है. वो एक हरियाणवी मां की भूमिका निभाने से लेकर हर मामले में दखल देने वाली और आसानी से नाराज हो जाने वाली बुआ की भूमिका निभाने तक, सब पर कंटेट बनाती हैं. उनके किरदार समाज पर वार भी करते हैं और कुरीतियों पर व्यंग्य भी करते हैं.
28 साल की राखी के इंस्टाग्राम पर 3 लाख से ज्यादा फॉलोवर्स हैं और यूट्यूब पर भी 6 लाख से ज्यादा सब्सक्राइबर्स हैं.
उनके कई मशहूर वीडियोज में से एक है शादी में देसी आंटियों को लेकर बनाया गया एक वीडियो, जिसमें वह गीतों में नाच रही महिलाओं पर व्यंग्य करती हुई कहती हैं – ये बिस्कुट के पैकेट नचा रे हैं इसनै.
राखी के वीडियो हर उम्र के लोगों को पसंद आते हैं. एक महिला उनके काम के बारे में कमेंट कर कहती हैं- ‘आपका काम बहुत अच्छा है हमें बहुत गर्व होता है.’
एक दूसरी महिला लिखती हैं- ‘…जब भी मुझे अपनी चाची, मामी, दादी की याद आती है, मैं आपका वीडियो देखती हूं.’
राखी के किरदार जितने फनी होते हैं उतने ही सशक्त भी. एक वीडियो में गली का एक व्यक्ति उनके प्लाजो पहनने को लेकर टिप्पणी करता है तो जवाब में वह कहती हैं – प्लाजो मै पहरू सू, तेरे पजामें किस बात की आग लाग री सै.
एक रील में, वह अपनी ननंद का मज़ाक उड़ाती हैं जिसे एक लालची चरित्र के रूप में दर्शाया गया है. महिला बाजार जाकर अपने लिए एक नाड़ा खरीद कर लाईं लेकिन उसकी भाभी इतनी लालची है कि वह उसे ले लेती है. राखी अपनी रील में कहती हैं, ‘वा पलाज्जो और पैंट के सूट पहरा करे इस नाडे ताई के वो फंसी खाके मारेगी.’
इसके अलावा राखी का बुआ वाला किरदार बहुत पसंद किया जाता है जो अपने भतीजे से बहुत प्यार करती है लेकिन अपनी भाभी को उतना पसंद नहीं करती है. जब उनका भतीजा पूछता है – ‘बुआ इस बैग में क्या है’? तो वो कहती है- इसमें वे सारे सूट हैं जो तेरी मां नै मेरे तै दिए थे. तेरी मैं नै बेरा क्यूकर इज्जत की जाया करे. ये सारे सूट उसतै ही उलटे दूंगी.
यह भी पढ़ें: कैमरा, वॉयस रिकॉर्डर, ‘नारियल पानी’ और ‘विटामिन’ – तेलंगाना में कैसे फंसे बीजेपी ‘एजेंट’
झरोंडा कलां से ऑस्ट्रेलिया
अक्टूबर में वह पहली बार विदेश गई, ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न में एक हरियाणवी कार्यक्रम की मेजबानी करने के लिए. यह जानकर राखी बहुत हैरान हुई कि वहां भी इतनी ज्यादा संख्या में लोग उन्हें पसंद करते हैं, उनका काम देखते हैं.
राखी कहती हैं, ‘ऑस्ट्रेलिया की एक महिला ने मुझसे कहा, ‘विदेश में भी आपके वीडियो देखकर हमें लगता है कि हमारे पास थोड़ा बहुत हरियाणा है. हम आपकी बुआ, मां और दादी के चरित्रों को अपने परिवार के हिस्से के रूप में देखते हैं.’
मेलबर्न में भी राखी ने अलग-अलग तरह के वीडियो बनाए. एक रील में राखी एक ऑस्ट्रेलियाई महिला को हरियाणवी बोली सिखाती हैं. राखी ने चौड़ी सड़कों और अच्छे घरों पर टिप्पणी करते हुए रीलों को पोस्ट किया, जिसमें उन्होंने कहा कि जब तक वह कंडक्टर की आवाज नहीं सुनती, ‘बहादुरगढ़-बहादुरगढ़’ तब तक घर जैसा नहीं लगता.
आने वाले दिनों में राखी कनाडा और ऑस्ट्रेलिया की ट्रिप पर जाने वाली हैं.
यह भी पढ़ें: ऑनलाइन प्लेटफॉर्म ‘प्रतिलिपि’ पर महिला लेखकों का बढ़ा दबदबा, मलयालम, बंगाली, हिंदी बनी पहली पसंद
बॉलीवुड ड्रीम्स
स्टूडेंट लाइफ में भी राखी एक कलाकार थीं, उस समय जब उनके गांव की ज्यादातर लड़कियों की शादी हो रही थी उन्होंने फैसला किया कि वो देखना चाहती हैं उनका हुनर उन्हें कहां तक ले जा सकता है.
बॉलीवुड से जुड़ना उनका एक सपना है. एक स्पेसिफिक सपना. वो कहती हैं- ‘बॉलीवुड को हरियाणवी किरदार निभाने के लिए हरियाणा के लोगों को चुनना चाहिए. आप रणदीप हुड्डा को हरियाणवी किरदार में देखें और फिर किसी और अभिनेता को देखें. अंतर दिखाई देगा.’
पाताल लोक में एक पुलिसकर्मी के रूप में अपनी भूमिका के लिए अपनी जड़ों की ओर मुड़ने वाले जयदीप अहलावत जैसे अवसर पाने वाले कुछ लोगों को उनके प्रदर्शन के लिए सराहा जाता है. हरियाणा में इतने टैलेंटेड लोग हैं, उन्हें भी मौका मिलना चाहिए.’
एमटीवी रोडीज़ वह जीत नहीं पाईं, लेकिन इसने उन्हें एक जाना माना चेहरा बनने में मदद की- राखी मुंबई में रहीं लेकिन उनके लहजे की वजह से उन्हें ज्यादा काम नहीं मिला.
अपने अनुभव से नाखुश, लेकिन सपनों से भरी हुई, वह घर लौट आई और यूट्यूबर ललित शौकीन के साथ मिलकर काम किया, जिसने हरियाणवी वीडियो और सीरीज बनाए. उन्हें वेब सीरीज देसी प्रेम कहानी से एक हरियाणवी अभिनेता के रूप में अपनी पहचान बनाने का मौका मिला.
इसके बाद राखी ने अपना यूट्यूब चैनल बनाया जहां वो खुद ही लिखती थीं, शूट करती थीं और एडिटिंग भी करती थीं. इस चैनल पर उनके 100 से ज्यादा वीडियो और 47 से ज्यादा व्लॉग मौजूद हैं.
राखी फिलहाल रील बनाने पर फोकस कर रही हैं, लेकिन वह उस काम को लेकर सिलेक्टिव हैं, जो वह करना चाहती हैं. ‘इंस्टाग्राम पर ऐसी कई लड़कियां हैं जो अपने शरीर को दिखाती हैं और फॉलोवर्स बढ़ाती हैं. मैं ऐसा नहीं करना चाहती हूं. जब लोग मेरी प्रोफ़ाइल देखें, तो उन्हें मेरा काम देखना चाहिए. मैं भविष्य में यही करना चाहती हूं.’
परंपरा पर सवाल उठाना
राखी का ‘घर बसाने’ से इंकार करना उनके चाचाओं के लिए दिक्कत वाली बात है. लेकिन उनकी मां उनका समर्थन करती है, उनके चाचाओं के लिए उनका काम ज्यादा महत्वपूर्ण नहीं है. राखी कहती हैं, ‘वे कहते हैं कि यह गंदा काम है, मैं जो कुछ भी करती हूं वह अच्छा नहीं है. ऐसे लोग अपनी सोच को नहीं बदलेंगे.’
लेकिन उनके ममेरे भाई ने इस सफर में उनकी काफी मदद की. वो कहती हैं- ‘मेरा भाई निर्भय डागर मुझे वीडियो बनाने के लिए फोन देता था, एडिट करने के लिए अपना लैपटॉप देता था, जब काम के लिए कहीं जाना होता था तो लेकर भी जाता था. उसने मुझे बहुत सपोर्ट किया है.’
राखी की मां और मामी उनके सबसे बड़े फैन हैं. उनकी मामी कहती हैं- राखी बहुत मेहनती और टैलेंटेड लड़की हैं. एक दिन उसे मेहनत का फल जरूर मिलेगा. वो एक दिन बिग-बॉस में भी जाएगी और आग लगाकर आएगी.
जब राखी शादियों में जाती हैं या परिवार के साथ खाने के लिए जाती हैं तो लोग उन्हें पहचान लेते हैं. नजफगढ़ में रहने वाली 25 साल की डॉक्टर सोनिया कहती हैं- ‘जब मैं रात में उदास महसूस करती हूं, तो मैं राखी के वीडियो देखती हूं. यह सोने से पहले मेरे चेहरे पर मुस्कान लाता है.’
राखी के ज्यादातर दोस्तों की शादी हो चुकी है और उनके बच्चे हैं, लेकिन यह एक ऐसा रास्ता है जिसे वह अपने लिए चुनने से हिचकिचाती हैं. उसने देखा है कि कैसे उसकी महिला मित्रों का जीवन बदल गया है.
राखी कहती हैं- ‘उनके पति अब उन्हें घर से बाहर नहीं जाने देते. बोल्ड हुआ करती, वो लड़कियां भी अब बदल गई हैं. हो सकता है कि परिस्थितियां आपको ऐसा करने के लिए मजबूर करती हों.
उसकी प्रसिद्धि शादी करने के दबाव के खिलाफ भी काम करती है.
वो कहती हैं- ‘अब मेरे पास शक्ति है इसलिए मैं अपने फैसले खुद ले सकती हूं. परिवार वालों का कोई दबाव नहीं होता, लेकिन लड़कियों को हमेशा खुद को साबित करना होता है. अगर आज मैं आम लड़की होती तो मेरी भी शादी हो जाती.’
हालांकि, उनका इनबॉक्स शादी के प्रस्तावों से भरा रहता है. प्रभावित प्रशंसकों-व्यापारियों से लेकर कॉलेज के छात्रों और यहां तक कि भारतीय नौसेना के अधिकारी उन्हें रिश्ते भेजते हैं.
राखी बताती हैं कि अभी कुछ दिन पहले एक लड़के ने एक बहुत लंबे मैसेज में मुझसे शादी करने की इच्छा जताई. इसमें उनकी कुंडली से लेकर उनकी माता के गोत्र तक सब कुछ था. इसे पढ़कर मुझे बहुत हंसी आई.’
लेकिन इसके तुरंत बाद वो कहती हैं कि वो इस लड़के का मजाक नहीं उड़ा रही लेकिन इस तरह शादियां नहीं होती हैं.
राखी अपने गांव की युवा लड़कियों की एक पीढ़ी को बता रही हैं कि सोशल मीडिया का इस्तेमाल कंटेट बनाने के लिए किया जा सकता है और इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि वे अपने बढ़ो द्वारा उनके लिए चुने गए पारंपरिक रास्तों पर सवाल उठाती हैं.
इसके अलावा गांव की बुजुर्ग महिलाएं भी उन्हें आशीर्वाद देती हैं और उनसे कहती हैं कि उनके साथ भी वीडियो बनाएं ताकि राखी की तरह वे भी मशहूर हो सकें.
(संपादन: अलमिना खातून)
यह भी पढ़े: YouTube यूपीएससी छात्रों के लिए नया मुखर्जी नगर बना, इंफ्लूएंसर होते हैं ट्यूटर