अमेरिका द्वारा शुक्रवार को इराक में किए गए ड्रोन हमले में ईरानी कमांडर कासिम सुलेमानी की मौत हो गई थी. इस हमले के बाद अमेरिका और ईरान के बीच तनाव बहुत बढ़ गया है.
अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ओ’ ब्रायन ने आरोप लगाया,' पश्चिम एशिया के देशों में यात्रा कर रहा सुलेमानी दमिश्क से इराक आया था, जहां वह अमेरिकी जवानों और राजनयिकों पर हमले का षड्यंत्र रच रहा था.'
डोनाल्ड ट्रंप ने माना की सुलेमानी की हत्या उनके निर्देश पर की गई क्योंकि वह अमेरिकी राजनयिकों और सैन्य कर्मियों पर हमले की साजिश रच रहा था, लेकिन हमने उसे कानून के तहत पकड़ा और मार दिया.
अमेरिकी रक्षा विभाग का कहना है कि, राष्ट्रपति के निर्देश पर, अमेरिकी सेना ने कासिम सुलेमानी की हत्या करके विदेश में अमेरिकी कर्मियों की रक्षा के लिए निर्णायक रक्षात्मक कार्रवाई की है.
विदेश में अमेरिकी कर्मियों की सुरक्षा के लिए स्पष्ट रक्षात्मक कार्रवाई करते हुए अमेरिकी सेना ने राष्ट्रपति के निर्देश पर ईरानी रिवोल्यूशनरी गार्ड्स कोर-कुद्स फोर्स के प्रमुख कासिम सुलेमानी को मार गिराया.
अमेरिकी हमले में शीर्ष ईरानी एवं इराकी कमांडरों की मौत के बाद हालात बिगड़ने की आशंका, अमेरिकी नागरिकों को विमान या भूमार्ग के जरिए देश से जाने की अपील.
भारत को अपने दोनों प्रतिद्वंद्वियों के खिलाफ साफ प्रतिरोध क्षमता हासिल करनी होगी. चीन के मामले में ऐसा उसे हमला करने की बड़ी कीमत चुकाने का डर पैदा करके किया जा सकता है, तो पाकिस्तान को दंड का डर पैदा करके किया जा सकता है.