अमेरिका में चीन के छह वाणिज्य दूतावासों में से एक को बंद करने से तनाव बढ़ गया है. दोनों देशों के बीच न केवल कोरोनावायरस संक्रमण को लेकर बल्कि व्यापार, मानवाधिकारों, हांगकांग और दक्षिण चीन सागर में चीन के दावे को लेकर भी तनाव चल रहा है.
पोम्पियो ने स्वीकार किया कि भारत की सुरक्षा के लिए अमेरिका कभी भी ज्यादा सहयोगात्मक नहीं रहा है. उन्होंने कहा कि नयी दिल्ली एक महत्वपूर्ण साझेदार है और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की विदेश नीति का मुख्य स्तंभ है.
प्रतिनिधि सभा ने राष्ट्रीय रक्षा प्राधिकरण अधिनियम (एनडीएए) में सर्वसम्मति से संशोधन पारित कर गलवान घाटी में भारत के खिलाफ चीन की आक्रामकता और दक्षिण चीन सागर जैसे विवादित क्षेत्रों में दबावों की निंदा की.
अमेरिका स्थित जॉन्स हॉप्किन्स विश्वविद्यालय के शनिवार रात तक के आंकड़ों के अनुसार मृतक संख्या के मामले में अमेरिका शीर्ष पर है। अमेरिका में इस संक्रमण से 1,40,103 लोगों की मौत हो चुकी है.
एक तरफ तानाशाही के खिलाफ लड़ाई है, दूसरी तरफ ‘उदारवादी’ मुस्लिम महिलाएं हैं जिन्हें सहयोगी माना जाता है. दुख की बात है कि बहस को कमज़ोर करने से मूल मुद्दे से ध्यान भटक जाता है.