रूस में अमेरिका के राजदूत जॉन सुलिवन के मॉस्को में रूस की सरकार को कुछ दस्तावेज सौंपने के तुरंत बाद विदेश मंत्रालय के ‘फोगी बॉटम’ मुख्यालय में ब्लिंकन ने पत्रकारों से कहा, ‘सब बता दिया गया है, इससे एक गंभीर कूटनीतिक रास्ता खुलता है...रूस को इसे चुनना चाहिए.'
चेयर ऑफ 1988 तालिबान सैंक्सन कमेटी व संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि राजदूत टी. एस. तिरुमूर्ति ने अफगानिस्तान पर चर्चा करने के लिए हुई संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक में यह बात कही.