वैज्ञानिकों का कहना है कि दुनिया भर में औसत तापमान 1850-1900 की अवधि की तुलना में पहले ही कम से कम एक डिग्री सेल्सियस अधिक है. इसका कारण मानव निर्मित ग्रीनहाउस गैसों का उत्सर्जन है.
पोम्पियो ने कहा, 'मैंने विदेश मंत्री एस जयशंकर से इस (चीन की आक्रामक गतिविधियों) के बारे में कई बार बात की है. चीन वालों ने अत्यंत आक्रामक गतिविधियां संचालित की हैं. भारतीयों ने उनका जवाब भी सर्वश्रेष्ठ तरीके से दिया है.'
'जर्नल ऑफ इंफेक्शस डिजीज’ में प्रकाशित अध्ययन के बाद य़ह बताया गया है कि हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन लेने वाले मरीजों की मृत्यु दर में 50 प्रतिशत गिरावट देखी गई है.
अमेरिका ने आरोप लगाया है कि स्वास्थ्य संगठन के विश्व को गुमराह करने के कारण इस वायरस से दुनिया भर में पांच लाख से अधिक लोगों की जान जा चुकी है, जिनमें से 1,30,000 से अधिक लोग तो अमेरिका के ही हैं.
जो छात्र पहले से ऐसे वीज़ा पर अमेरिका में हैं और पूरी तरह से ऑनलाइन प्रोग्राम कर रहे हैं उन्हें या तो अमेरिका छोड़ना होगा या नए रास्ते अपनाने होंगे जैसा कि ऐसे संस्थान में जाना जहां ऑफलाइन पढ़ाई हो रही हो.
माइक पोम्पिओ ने कहा कि अमेरिका को चीन के संबंध में एक अलग रास्ता अपनाना होगा, क्योंकि उनकी अर्थव्यवस्था को खोलने में मदद करने की पिछली नीति काम नहीं आई है.
ठप पड़ी वार्ता के बीच, उत्तर कोरिया ने हाल के महीनों में बार-बार कहा है कि वह ट्रंप के साथ तब तक हाई प्रोफाइल बैठकें नहीं करेगा जब तक कि उसे बदले में कुछ ठोस नहीं मिल जाता.
भारत अपने पूरब में स्थित आर्थिक शक्तियों से जुड़ना चाहता है तो उसे एक ऐसी ही दुनिया बनने की कल्पना करनी चाहिए जैसी दुनिया 19वीं सदी के कोलकाता की थी. वैश्विक भारत केवल नौकरशाही वाली व्यवस्थाओं से नहीं बनेगा, उसके लिए कल्पना की परियोजना की ज़रूरत होगी.