7 जुलाई 2017 को सीबीआई ने लालू के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी. एजेंसी ने पटना, नई दिल्ली, रांची और गुरुग्राम में लालू और उनके परिवार से जुड़े 12 ठिकानों पर भी छापेमारी की.
जन सूरज ने गायक रितेश पांडे को बिहार चुनाव उम्मीदवार के रूप में चुना है, जबकि अभिनेता पवन सिंह भी चुनाव मैदान में उतरने के इच्छुक थे, लेकिन अब पीछे हट गए हैं. अन्य सितारों के भी चुनावी मैदान में उतरने की उम्मीद है.
चुनावों में अकेले उतरने की तैयारी में बीजेपी तीन कृषि कानूनों से नाराज़ किसानों का भरोसा वापस जीतने और पंजाब में अपने पारंपरिक शहरी गढ़ों से बाहर पैठ बनाने में जुटी है.
शिवसेना नेता द्वारा शुरू की गई कई लोकलुभावन योजनाएं बंद हो सकती हैं, क्योंकि महायुति सरकार ने महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की प्रमुख लड़की बहिन योजना के लिए धन हस्तांतरित कर दिया है.
गुरुवार की रैली में बसपा प्रमुख मायावती ने सपा पर दलित आइकनों का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया और पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा कि बीएसपी 2027 के राज्य चुनाव अकेले लड़ेगी.
ऐसा माना जा रहा है कि 25 वर्षीय लोक एवं भक्ति गायिका ठाकुर को आगामी बिहार चुनाव में टिकट मिलेगा या नहीं, इस पर अंतिम फैसला भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व को करना है.
विवादित स्पेशल इंटेंसिव ड्राइव में लगभग 50 लाख नाम हटाने के बाद, अब बिहार में 7.42 करोड़ मतदाता हैं, जो SIR से पहले के मतदाता संख्या से 6 प्रतिशत कम हैं.
सिर्फ 16 सांसदों के साथ, टीडीपी बीजेपी (जिसके 240 सांसद हैं) के बाद एनडीए की दूसरी सबसे बड़ी सहयोगी पार्टी है. केंद्र में एनडीए सरकार की स्थिरता के लिए टीडीपी और 12 सांसदों वाली जेडीयू दोनों का समर्थन बेहद अहम है.
कंचन यादव और प्रियंका भारती, जो 2023 से आरजेडी की प्रवक्ता हैं, बिहार चुनाव से पहले टीवी न्यूज़ डिबेट में अपने व्यंग्यात्मक जवाबों और आक्रामक शैली के कारण सुर्खियों में हैं.
गठबंधन पार्टियों का वोट शेयर कम नहीं हुआ है. इस चुनाव का मुख्य संदेश यही है कि आपका पक्का वोट बैंक कोई नहीं छीन सकता. “दूसरों” को जोड़ने के लिए आपको गठबंधन बनाना ही होगा.