झारखंड में दो चरणों में नवंबर में चुनाव होने हैं. राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा अध्यक्ष ने उन दावों को खारिज कर दिया कि वे पार्टी के सीएम पद के उम्मीदवार हैं, उन्होंने कहा कि ये चुनाव ‘झारखंड को बचाने’ के लिए हैं.
मौजूदा और पूर्व सीएम समेत कई दावेदार, महायुति में मुश्किल गतिशीलता और एमवीए में लोकसभा चुनाव के बाद प्रमुखता हासिल करने के लिए कांग्रेस का उत्साहित होना, ये सभी सीएम चेहरे के मुद्दे को जटिल बनाते हैं.
शिवसेना (यूबीटी) नेता ने भाजपा पर भी हमला करते हुए कहा, "मेरे जैसे लोग जेल गए हैं और वापस आए हैं, हम जानते हैं कि निशाने पर कौन है और भाजपा क्या करेगी."
सैनी और 13 मंत्रियों ने गुरुवार को शपथ ली. कैबिनेट में हरियाणा के कई सामाजिक समूहों और क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व है, लेकिन पंजाबी, जाट, उत्तरी हरियाणा और किसानों का प्रतिनिधित्व कम है.
निर्वाचन आयोग ने मंगलवार को उत्तर प्रदेश में खाली पड़ी 10 विधानसभा सीटों में से 9 के लिए उपचुनाव की तारीखें घोषित कीं, लेकिन अयोध्या के मिल्कीपुर को छोड़ दिया; यह सीट सपा के अवधेश प्रसाद द्वारा खाली की गई थी, जो अब फैज़ाबाद से लोकसभा सांसद हैं.
शुक्रवार को होने वाली कांग्रेस विधायक दल की अहम बैठक से कुछ दिन पहले हुड्डा द्वारा बुलाई गई ‘अनौपचारिक’ बैठक में 31 विधायकों ने हुड्डा को अपना समर्थन देने का संकल्प लिया. हालांकि, शैलजा गुट के 5 विधायक इसमें शामिल नहीं हुए.
अंबेडकरवादी पार्टी दक्षिणी राज्य से आगे बढ़ना चाहती है और थोल थिरुमावलवन को न केवल दलितों, बल्कि सभी पिछड़े वर्गों के राष्ट्रीय नेता के रूप में पेश करना चाहती है.
नायब सिंह सैनी का शपथ ग्रहण समारोह पंचकूला के दशहरा ग्राउंड में हुआ. सैनी को 16 अक्तूबर को हरियाणा के विधायक दल का नेता चुना गया था. इस दौरान सैनी के अलावा पूर्व गृह मंत्री अनिल विज ने भी मंत्री पद की शपथ ली.