हालिया विधानसभा के नतीजों ने ये दिखा दिया है कि भाजपा के जीत के सबसे अच्छे आसार वहां होते हैं जहां कांग्रेस मज़बूत हो. इसलिए भाजपा को अपना कांग्रेस मुक्त भारत का नारा छोड़ देना चाहिए या इसे बदल डालना चाहिए.
राजनीति के विद्वान इसे अपनी खास भाषा में चुनावी लोकतंत्र का ‘सेल्फ-करेक्टिंग मैकेनिज़्म’ मतलब आत्म-सुधार की क्षमता कहकर बुलाते हैं. एडम स्मिथ का गढ़ा...
हम कोई मज़ाक नहीं कर रहे, बस तेलंगाना में ‘दीवारों पर लिखी इबारत’ पढ़ रहे हैं, जहां केसीआर ने चुनाव से पहले रेवड़ियां बांटने की नई परिभाषा गढ़ दी है, लेकिन चुनाव जीतने के लिए उन्हें और भी बहुत कुछ करना पड़ेगा.
डिजिटल संप्रभुता सिर्फ सरकारी क्लाउड सिस्टम तक सीमित नहीं रह सकती. इसे नेटवर्किंग, सीडीएन, एआई और सुरक्षा की उन परतों तक फैलना होगा, जो पूरी अर्थव्यवस्था में गहराई तक फैली हुई हैं.