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शुक्रवार, 9 मई, 2025
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गांधी का अहिंसा-मार्ग, कश्मीर में सेना और सरदार पटेल की मजबूरी

गांधी को भरोसा था कि एक दिन आएगा, जब सेना, पुलिस पर देश की ऊर्जा और धन न खर्च होकर मानवता की भलाई में इसका इस्तेमाल होगा. लेकिन पटेल की पास इतना आदर्शवादी होने का अवसर नहीं था.

गांधी ने कभी जन्मदिन नहीं मनाया, सिर्फ 75वां जन्मदिन अपवाद था– कस्तूरबा के लिए

जब एक संवाददाता ने गांधी से उस ‘शुभ दिन’ पर संदेश देने का आग्रह किया तो उन्होंने ये कहते हुए इनकार कर दिया कि ‘मैं ऐसे अवसरों पर संदेश देने का आदी नहीं हूं.’

हमारे बीच महात्मा गांधी की जरूरत क्या फिर से आ चुकी है

महात्मा गांधी दोबारा जन्म लेने जा रहे हैं और वो पूरे भारत पर फिर से एक बार अपना अधिकार जमाएंगे.

मॉब लिंचिंग में दलित-पिछड़े क्यों शामिल होते हैं

सामाजिक न्याय और बहुजन राजनीति ने सामाजिक चेतना विकसित करने पर ध्यान नहीं दिया. इसलिए जब बीजेपी-आरएसएस ने मुस्लिम विरोध की लहर तेज की, तो दलित-पिछड़े भी उसमें बह गए.

महात्मा गांधी और आंबेडकर ने हेडगेवार के साथ बातचीत क्यों नहीं की

गांधी के तमाम विचारों में से भाजपा-आरएसएस ने सिर्फ स्वच्छता को चुना है और गांधी को लगभग सफाई कर्मचारी बना दिया है. आरएसएस को गांधी में इसके अलावा काम का कुछ नहीं मिला.

बीजेपी को जिन राजा महेंद्र प्रताप पर प्यार आ रहा है, उन्होंने वाजपेयी को हराया था

राजा महेंद्र प्रताप का एएमयू में गहरा सम्मान है और यहां शतवार्षिकी समारोह हुआ तो उन्हें ही मुख्य अतिथि बनाया गया. ये भी नहीं भूलना चाहिए कि महेंद्र प्रताप अटल बिहारी वाजपेयी को हराकर सांसद बने थे.

खाने की चीजें हो या फिर व्यवसाय, कश्मीरियों ने हालात से निपटने के तरीके ईजाद कर लिए हैं

अनुच्छेद 370 के खात्मे के बाद की परिस्थितियों में, कश्मीरी 2010 और 2014 के अपने अनुभवों, जिन्हें 2016 की अशांति के दौरान परिष्कृत किया गया था, को काम में ले रहे हैं.

उत्तर प्रदेश में भाजपा को टक्कर समाजवादी पार्टी से मिलेगी या बसपा से

सपा और बसपा की इस समय की प्राथमिक चिंता उत्तर प्रदेश में प्रमुख विपक्षी पार्टी के रूप में खुद को स्थापित करने की है. क्या हमीरपुर विधानसभा सीट के उपचुनाव में इसके कोई संकेत हैं?

अगर आजम खान किताब चोर हैं तो उनका सम्मान होना चाहिए

आइए देखते हैं कि आजम खां पर किताब चोरी का क्या मामला है. इसी बहाने यह भी जानें कि देश में पुस्तकालयों का क्या इतिहास है और उनकी अब क्या स्थिति है.

न व्यापार सौदा, न कश्मीर पर समर्थन फिर भी मोदी की अमेरिका से वापसी का जश्न मना रही भाजपा

व्यापार पर अमेरिका के साथ कोई प्रगति नहीं हुई, ना ही अमेरिकी कंपनियां भारत में निवेश करना चाहती हैं, और साथ ही अमेरिका में मोदी को ये भी बताया गया कि इमरान ख़ान के साथ उनकी ‘अच्छी निभेगी’.

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भारत-पाकिस्तान तकरार बढ़ाने वाली सीढ़ी पर पैर रख चुके हैं, उतरने का मुकाम कब आएगा

पहलगाम इस संघर्ष की सीढ़ी का पहला पायदान है. गतिशील कार्रवाई का मतलब है कि अपना संदेश देने के लिए सैन्य ताकत का इस्तेमाल किया जाएगा; भारत ने 6/7 मई की रात उस सीढ़ी पर कदम रख दिया था.

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भारत-पाक तनाव: अंबानी, अदाणी ने सशस्त्र बलों के साथ एकजुटता जताई

नयी दिल्ली, नौ मई (भाषा) उद्योगपति मुकेश अंबानी और गौतम अदाणी ने पाकिस्तान की ओर से भारी गोलाबारी, गोलीबारी और ड्रोन हमलों का...

लास्ट लाफ

सुप्रीम कोर्ट का सही फैसला और बिलकिस बानो की जीत

दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चुने गए दिन के सर्वश्रेष्ठ कार्टून.