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बुधवार, 28 मई, 2025
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लद्दाख में तो चीन को लेकर भारत का दांव चूक गया लेकिन अब एक नया दांव चलने का जोखिम उठाया जा सकता है

अनुच्छेद 370 से लेकर कुम्भ तक मोदी सरकार ने देश के आंतरिक मामलों में कई दांव चले, अब विदेश नीति की बारी है.

क्या भारत के युवाओं की लोकतांत्रिक समझ ‘शून्य’ हो चली है

इतनी निराशा के बाद भी हिंदुस्तान में अभी भी लोकतंत्र को बचाने की उम्मीद बाकी है.

किसानों के आन्दोलन के छः महीने : इस सरकार में अंग्रेजों जितनी शर्म भी नहीं

बदलते मौसमों के साथ गर्मी, जाड़ा व बरसात और महामारी के अंदेशों को झेलते हुए भी वे प्रदर्शन स्थलों पर जमे हुए हैं और अब उन्होंने अपने आन्दोलन का विस्तार करते हुए उसे गुरिल्ला शक्ल देने का फैसला भी किया है.

अपनी दूसरी पारी में केरल के कम्युनिस्ट CM ने PM मोदी के नक्शेकदम पर चलना शुरू कर दिया है

मुख्यमंत्री विजयन ने सारी डोर अपने हाथों में थाम ली है, और अब केरल के मंत्री महज कठपुतलियां नज़र आएंगे.

प्रिय साथियों, मैं एक भारतीय मगरमच्छ हूं, जिसकी इन दिनों बहुत बदनामी हो रही है: शोभा डे

एक वयस्क पुरुष के रूप में मेरा वजन और ऊंचाई दोनो बहुत प्रभावशाली होती है. मैं 10 फीट तक लंबा हो सकता हूं और मेरा वजन तो 200 किलो तक भी हो सकता है और कृपया करके मेरे सीने के माप और इस तरह की अन्य बकवास के बारे पूछने की हिमाकत कतई ना करें!

पश्चिम बंगाल में चुनावी हिंसा को लेकर क्यों चिंतित है आरएसएस

संघ का मानना है कि इस हिंसा के मामले में पुलिस सहित राज्य प्रशासन की भूमिका पर भी प्रश्नचिन्ह लगा है.

बस्तर में विश्वासघात के साथ कांग्रेस ने आदिवासियों के बारे में बोलने का नैतिक अधिकार खो दिया है

विपक्षी पार्टी के तौर पर छत्तीसगढ़ कांग्रेस फर्जी मुठभेड़ों में आदिवासियों की हत्या को आक्रामकता के साथ उठाती थी. इसके नेता मौके पर पहुंचते थे और बयान जारी करते थे लेकिन सत्ता में आने के बाद यह मौतों की किसी विशेष आयोग से जांच भी नहीं करवा रही है.

PM मोदी का कद अब छोटा हो गया है, जो चीज़ उनके पास 7 सालों से थी वह अब खत्म हो गई है- भाग्य

पहले के दिनों में अर्थव्यवस्था को जो तीन चीजें तबाह करती थीं— युद्ध, अकाल, और तेल संकट— उनका मोदी को अपने राज में तो न के बराबर ही सामना करना पड़ा मगर कोविड महामारी ने उनकी खुशकिस्मती को ग्रहण लगा दिया.

2024 मोदी के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है? हां, बशर्ते कांग्रेस इसकी कोशिश करे

मोदी और शाह को अच्छी तरह पता है कि राष्ट्रीय स्तर पर सिर्फ कांग्रेस ही उनके लिए चुनौती साबित हो सकती है और गांधी परिवार ही उसे एकजुट रखने की क्षमता रखता है. इसलिए उसके ऊपर बेरहमी से हमला करते रहने की जरूरत है.

महामारी के भीतर महामारी- ऑक्सीजन की क़िल्लत के बाद ब्लैक फंगस है भारत का नया SOS

भारत में म्यूकोरमाइकोसिस या ब्लैक फंगस के 7,000 से अधिक मामले हो गए हैं. इस त्रासदि का कारण ग़लत जानकारी की वजह से, स्टेरॉयड्स का अंधाधुंध उपभोग हो सकता है.

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भारत, अमेरिका के बीच 25 जून तक अंतरिम व्यापार समझौते की संभावना: सूत्र

नयी दिल्ली, 28 मई (भाषा) भारत और अमेरिका 25 जून तक अंतरिम व्यापार समझौते पर सहमत हो सकते हैं। सूत्रों ने यह जानकारी...

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सुप्रीम कोर्ट का सही फैसला और बिलकिस बानो की जीत

दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चुने गए दिन के सर्वश्रेष्ठ कार्टून.