यूएसटीआर कैथरीन ताई की तरफ से 11 जून को बुलाई गई एक बैठक में 'व्यापार को आधार बनाकर वार्ता शुरू करने' पर चर्चा हुई, जिससे भारतीय अधिकारियों को यह आशंका सताने लगी है कि आईपीईएफ कहीं एक व्यापार समझौता न बन जाए.
शायद अख़बार रोज़ाना होने वाले सड़क हादसों और मौतों की रिपोर्टिंग के लिए एक अलग कॉलम बना सकते हैं, जैसा कि कोविड-19 महामारी के दौरान मौतों के आंकड़ों की रिपोर्टिंग की जाती थी.