कोविड की वजह से सेना में भर्ती होने की इच्छा रखने वाले युवाओं को काफी निराशा हाथ लगी है. लेकिन आगरा के अकोला में ओवरएज हो चुके उम्मीदवार सेना में जाने के लिए ‘यह सब’ करने को तैयार हैं. उनके लिए सेना में नौकरी का मतलब ‘स्टेट्स’ और उससे मिलने वाले ‘फायदे' से जुड़ा है.
बदकिस्मती को दोष मत दीजिए. यह बड़ी नाकामी और लापरवाही है. हालात इतने खराब हैं कि पुराने पीएसयू दौर की इंडियन एयरलाइंस और एयर इंडिया में भी इस पर बड़े अफसरों पर कार्रवाई हो जाती.
जैसलमेर, 13 दिसंबर (भाषा) भारत के प्रधान न्यायाधीश (सीजेआई) सूर्यकांत ने शनिवार को भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा का दौरा किया। दौरे की शुरुआत में...