विपक्षी दलों की एकजुटता दिखाने वाली रैली में 2 दर्जन नेता पहुंचे, सभी ने सिर्फ और सिर्फ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा सरकार को उखाड़ फेंकने की बात कही.
राजनीतिक पार्टियां प्रचार-प्रसार की बात हो या वोट मांगने की, वह हर हथकंडे अपना रही हैं. इन दिनों शादी के कार्ड पर वोट मांगने का प्रचलन तेजी से बढ़ा है.
भारत आज दुनिया में जिस बेहतर हैसियत में है वैसी स्थिति में वह शीतयुद्ध के बाद के दौर में कभी नहीं रहा. हमें तय करना पड़ेगा कि विश्व जनमत को हम महत्वपूर्ण मानते हैं या नहीं. अगर मानते हैं तो हमें उनकी मीडिया, थिंक टैंक, सिविल सोसाइटी के साथ संवाद बनाना चाहिए.