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रविवार, 25 मई, 2025
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लामबंद विपक्ष: रैली में गरजीं ममता, सोनिया बोलीं अभिमानी-विभाजनकारी हैं नरेंद्र मोदी

विपक्षी दलों की एकजुटता दिखाने वाली रैली में 2 दर्जन नेता पहुंचे, सभी ने सिर्फ और सिर्फ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा सरकार को उखाड़ फेंकने की बात कही.

राजग के मुकाबले संप्रग के सत्ता में आने के अधिक आसार : थरूर

कांग्रेस नेता ने कहा, अगर हमें भाजपा से कम सीटें मिलीं, तो भी हमारे पास पर्याप्त क्षेत्रीय दल होंगे जो हमारे साथ गठबंधन करना चाहेंगे.

सपा-बसपा गठबंधन: सिर्फ नेता एकजुट हुए हैं या कार्यकर्ता भी?

दोनों दलों के कार्यकर्ता बोले- जमीन पर सभी कार्यकर्ताओं और समर्थकों को होना चाहिए एकजुट. समर्थकों ने कहा, गठबंधन फायदेमंद साबित होगा.

लोकसभा चुनाव की तारीखें मार्च में हो सकती हैं घोषित, मई तक सरकार का गठन

निर्वाचन आयोग मार्च के प्रथम सप्ताह में लोकसभा चुनाव की तिथियों की घोषणा कर सकता है. पूरा चुनाव सात से नौ चरणों में है कराने की योजना.

आज कोलकाता से विपक्ष दिखाएगा अपनी ताकत, ममता की रैली में नहीं पहुंचे ये नेता

ममता बनर्जी की रैली में शामिल होने के लिए नेताओं का हुजूम पहुंचा कोलकाता, नहीं पहुंचे राहुल, सोनिया और मायावती, फिर भी विपक्ष दिखाएगा एकजुटता.

यूपी में सवर्ण गरीबों को 10 फीसदी आरक्षण पर योगी कैबिनेट की मुहर

सीएम योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में कैबिनेट की बैठक में प्रस्ताव पास. 14 जनवरी से इसे सरकारी नौकरियों व शिक्षण संस्थानों में लागू माना जाएगा.

गोवा की राज्यपाल ने इशारों में मनमोहन सिंह को ‘एक्सिडेंटल लीडर’ कहा

उन्होंने कहा कि कुछ नेताओं को दूसरों की बदौलत पद मिल जाते हैं और उन्हें पद पर रखने की कुछ मजबूरियां होती हैं, चाहे भले ही वे अच्छा काम करें या न करें.

कार्यकाल खत्म हुआ, अब बीसीएसी के महानिदेशक बनाये गये राकेश अस्थाना

एक आधिकारिक अधिसूचना में कहा गया है कि मंत्रिमंडल की नियुक्ति समिति ने अस्थाना को इस पद पर दो साल के लिए नियुक्त किया है.

सैनिकों की शहादत और राम मंदिर पर मोहन भागवत ने भाजपा को तरेरी आंख

भागवत ने जनता से देश को महान बनाने में योगदान करने का आग्रह किया. उन्होंने कहा कि हर कोई कोशिश करे और सब कुछ सरकार, पुलिस और सेना पर न छोड़ दें.

शादी कार्ड में संदेसा आया है, आम आदमी पार्टी को वोट देना है!

राजनीतिक पार्टियां प्रचार-प्रसार की बात हो या वोट मांगने की, वह हर हथकंडे अपना रही हैं. इन दिनों शादी के कार्ड पर वोट मांगने का प्रचलन तेजी से बढ़ा है.

मत-विमत

‘N-वर्ड’ एक नया दौर है — भारत की सॉफ्ट पावर अब उसकी हार्ड रियलिटी है

भारत आज दुनिया में जिस बेहतर हैसियत में है वैसी स्थिति में वह शीतयुद्ध के बाद के दौर में कभी नहीं रहा. हमें तय करना पड़ेगा कि विश्व जनमत को हम महत्वपूर्ण मानते हैं या नहीं. अगर मानते हैं तो हमें उनकी मीडिया, थिंक टैंक, सिविल सोसाइटी के साथ संवाद बनाना चाहिए.

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बहराइच में तेंदुए के हमले में महिला की मौत

बहराइच (उप्र), 25 मई (भाषा) बहराइच जिले के कतर्नियाघाट वन प्रभाग के सुजौली वन रेंज के एक गांव में तेंदुए के हमले के कारण...

लास्ट लाफ

सुप्रीम कोर्ट का सही फैसला और बिलकिस बानो की जीत

दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चुने गए दिन के सर्वश्रेष्ठ कार्टून.