आइशी घोष ने कहा, जेएनयू वीसी इस्तीफ़ा दें क्योंकि मेरे ऊपर हमला जेएनयू के सभी बच्चों पर हमला हैं जिन्होंने मुझे वोट दिया. वीसी इस्तीफ़ा नहीं देते तो शिक्षा मंत्रालय इन्हें हटाए.
रविवार को हुई हिंसा के बाद जेएनयू कैंपस में भय का माहौल है. छात्रों का कहना है कि जिन हॉस्टलों में सबसे ज़्यादा हिंसा हुई उनमें साबरमती है जहां छात्रों को चिन्हत कर मारा गया.
एबीवीपी का दावा है कि वह रात 10 बजे तक कैंपस में अपने नेताओं से संपर्क नहीं कर सके जबकि वामपंथी संगठन ने योगेंद्र यादव और बृंदा करात को तुरंत जमा कर लिया.
जेएनयू परिसर में रविवार रात को उस वक्त हिंसा भड़क गयी थी, जब लाठियों से लैस कुछ नकाबपोश लोगों ने छात्रों तथा शिक्षकों पर हमला किया था और परिसर में संपत्ति को नुकसान पहुंचाया था जिसके बाद प्रशासन को पुलिस को बुलाना पड़ा था.
विश्वविद्यालय ने चेतावनी दी- जो परिसर के शांतिपूर्ण शिक्षण माहौल को बिगाड़ने की कोशिश करेगा उसे बख्शा नहीं जाएगा और दोषियों को न्याय के दायरे में लाने के लिए शिकायत दर्ज कराई जा रही है.
शशि थरूर का कांग्रेस की समस्याओं को लेकर किया गया विश्लेषण, आकलन और समाधान तीनों बिल्कुल सही थे, लेकिन कांग्रेस कार्य समिति में राहुल गांधी और उनके करीबी लोग इससे काफी असहज नज़र आए.
बेंगलुरु/बेलगावी, 15 अप्रैल (भाषा) केंद्रीय मंत्री एचडी कुमारस्वामी ने कर्नाटक मंत्रिमंडल के समक्ष पेश सामाजिक-आर्थिक और शिक्षा सर्वेक्षण रिपोर्ट (जाति जनगणना) की आलोचना करते...