केजरीवाल सरकार के स्वास्थ्य बुलेटिन में, 15 से 21 मई के बीच हर दिन जितनी मौतें बताई गईं, वो इसी अवधि के दौरान, दिल्ली नगर निगमों की ओर से दी गई संख्या से अधिक थी.
जिरोगा मधुबनी जिले के 21 विकास खंडों में से एक लौकाही का हिस्सा है. यहां टेस्टिंग कैंप उसके पड़ोसी गांव भरफोरी में 13 कोविड केस सामने आने के तीन दिन बाद लगाया गया था.
जींद के गांवों में कोविड जैसे लक्षणों से हो रहीं मौतों में बढ़ोतरी के साथ, हवन के आयोजकों को लगता है कि इससे हवा में मौजूद वायरस को मारने में मदद मिलेगी और संक्रमित लोग ठीक हो जाएंगे.
जहां कुछ परिवारों के पास अंतिम संस्कार करने के पैसे नहीं हैं, वहीं कुछ दूसरे अस्थियां लेने नहीं आ पाए हैं, चूंकि वो महामारी के दौरान सफर करने से डर रहे हैं.
डॉ रेड्डी के एक उच्च अधिकारी ने बताया कि कंपनी अगले कुछ महीनों में नए विकल्पों को सामने लाएगी. इस दौरान पहले से इस्तेमाल हो रही दवाओं की आपूर्ति भी सुनिश्चित की जायेगी.