त्रिपुरा में उन बंगालियों की खासी संख्या है जो नाथ संप्रदाय से हैं. भाजपा को लगता है आदित्यनाथ, जो स्वयं नाथ सम्प्रदाय से हैं, हिंदू वोटों को एक कर पाएंगे.
ठाकुर ने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के साथ राजनीतिक करियर की शुरुआत की थी और बढ़ते हुए 52 वर्ष की अवस्था में हिमाचल के मुख्यमंत्री की कुर्सी तक पहुंचे.
एचआरडी मंत्री के पास केंद्रीय विद्यालयों में एडमिशन सिफारिश के लिए सालाना 450 सीटें हैं। मंत्रियों द्वारा की गई सिफारिश तय सीमा से 2500 प्रतिशत अधिक है
सुरक्षा परिषद की विफलताओं का मूल कारण इसके पांच स्थायी सदस्यों की बेहिसाब ताकत और उनका ‘वीटो पावर’ है. दुनिया जबकि लोकतंत्र की दुहाई दे रही है, यह परिषद सबसे आलोकतांत्रिक संस्था नज़र आती है.