भोपाल में 2-3 दिसंबर 1984 की दरमियानी रात को यूनियन कार्बाइड के कारखाने से रिसने वाली जहरीली गैस ‘मिक’ की चपेट में आने से हजारों लोग पिछले करीब साढ़े तीन दशक से तमाम स्वास्थ्य संबंधी चुनौतियों का सामना कर रहे हैं.
छत्तीसगढ़ के कबीरधाम के कलेक्टर अवनीश शरण ने कहा की उन्हें ये देखकर आश्चर्य और दुःख हुआ कि उनकी तस्वीर का गलत इस्तेमाल होने के बाद इसे कई घंटों तक नहीं हटाया गया.
भाजपा के राष्ट्रीय सचिव राहुल सिन्हा कहते हैं, 'तृणमूल कांग्रेस के लोग राशन डीलरों से ज्यादातर सामान ले लेते हैं और फिर उनको अपनी पार्टी के नाम पर बांट रहे हैं. यह गलत है.'
भारत भर के स्कूलों ने नए शैक्षणिक सत्र को ऑनलाइन कक्षाओं के माध्यम से लॉन्च किया है, लेकिन कुछ ने लॉकडाउन प्रभाव को कम करने के लिए एक ग्रीष्मकालीन अवकाश की मांग की है.
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) की शीर्ष केंद्रीय समिति ने कहा कि कोरोना अमेरिका जैसे साम्राज्यवादी देशों द्वारा बनाया गया है. अमेरिका की ओर इशारा करते हुए माओवादियों ने कहा कि साम्राज्यवादियों को नष्ट करने से ही कोरोना पर नियंत्रण किया जा सकता है.
भारतीय विदेश व्यापार संस्थान (आईआईएफटी) के प्रोफेसर राकेश मोहन जोशी ने कहा, ‘भारत अपने आप ही अपनी एफडीआई नीति उदार करता रहा है. अपने उद्योग को बचाने का कोई निर्णय डब्ल्यूटीओ के दायरे में नहीं आता.’
अब शिक्षक हर सुबह अपने घर के पास नीम के पेड़ पर चढ़ जाते हैं. पेड़ की शाखाओं के बीच ही बांस का मचान बनाकर उन्होंने बैठने की व्यवस्था कर ली है. पेड़ पर उनके मोबाइल फोन में लगातार सिग्नल मिलता रहता है जिससे वह अपने छात्रों को पढ़ाते हैं.
महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में कम से कम 53 मीडियाकर्मी ऐसे हैं जिनके कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है. यह जानकारी बीएमसी के एक अधिकारी ने दी.
इंदौर के इस अस्पताल में 100 लोगों की टीम का नेतृत्व करने वाले पल्मोनोलॉजिस्ट डॉ. रवि दोशी ने दिप्रिंट को बताया कि टोसिलिज़ुमैब थेरेपी का उपयोग साइटोकिन स्टॉर्म के खिलाफ किया जाता है जो कई कोविड-19 रोगियों में मृत्यु दर का कारण बनता है.
नरेंद्र मोदी ने पुराने वामपंथियों और दक्षिणपंथियों को एक साथ ला दिया है. कभी कट्टर वैचारिक विरोधी रहे लोग हाथ मिला चुके हैं और भारत के अपने दृष्टिकोण को बचाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं.