तीसरी नई बात यह है कि 2019 में हुए बालाकोट हमले से भी ज्यादा घातक इस बार का हमला था. बालाकोट में बम गिरने के बाद भी मिलकत या जान हानि के नुकसान के ठोस सबूत नहीं मिले थे, लेकिन इस बार पाकिस्तान ने खुद भारत के आक्रमण से हुई बर्बादी का ब्यौरा दिया.
नागपुर (महाराष्ट्र), आठ मई (भाषा) गोंडवाना विश्वविद्यालय, पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया के कर्टिन विश्वविद्यालय और एक कंपनी के सहयोग से महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में एक...